रेडराट प्रभावित क्षेत्र में नहीं होगा गन्ना सर्वे

गन्ने की फसल में लगे रेडराट वाले क्षेत्र में इस बार गन्ना सर्वे का कार्य नहीं किया जाएगा। शासन एवं गन्ना विभाग ने इस बीमारी के खात्मे को नई पहल की है जिससे किसान जिस गन्ने के खेत में रेडराट बीमारी लगी है उस खेत में गन्ने की फसल को खत्म कर खेती में फसल चक्र को अपनाएं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 03:52 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 03:52 AM (IST)
रेडराट प्रभावित क्षेत्र में नहीं होगा गन्ना सर्वे
रेडराट प्रभावित क्षेत्र में नहीं होगा गन्ना सर्वे

बिजनौर, जेएनएन। गन्ने की फसल में कई क्षेत्रों में रेडराट रोग लगा है। ऐसे क्षेत्र में इस बार गन्ना सर्वे का कार्य नहीं किया जाएगा। शासन एवं गन्ना विभाग ने इस बीमारी के खात्मे को यह पहल की है। जिला गन्ना अधिकारी का भी कहना है कि उक्त बीमारी गन्ने की फसल व खेत के दोनों के लिए नुकसानदायक है। किसान बीमारी लगे गन्ने के खेत में इस बार गन्ने की पैदावार न लें और फसल चक्र अपनाएं।

बिजनौर सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश गन्ना बेल्ट के नाम से प्रसिद्ध है। यहां गन्ने की फसल किसानों के लिए कैशक्राप है। जिले के 70 से 80 प्रतिशत क्षेत्रफल में गन्ने की खेती होती है। दूसरी फसल के रूप में गेहूं की पैदावार की जाती है। चालू पेराई सत्र शुरू होने से पहले गन्ना विभाग के अधिकारियों ने खेतों की जांच की थी। निरीक्षण में अधिकारियों ने जिले के कुछ क्षेत्र में गन्ने की फसल में रेडराट बीमारी अर्थात लाल सड़न बीमारी पाई थी। अधिकारियों ने किसानों से उक्त बीमारी लगे गन्ने को खत्म कर उन खेतों में फसल चक्र अपनाने का आह्वान किया था, ताकि यह बीमारी यहीं खत्म हो जाए। जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह ने बताया कि उक्त बीमारी गन्ने की फसल व खेत के के लिए नुकसानदायक है। बीमारी लगे गन्ने के खेत में इस बार गन्ने की पैदावार न लें और फसल चक्र अपनाएं। उन्होंने बताया कि जिले की गन्ना फसल में यह बीमारी न बढ़े, उसके लिए शासन व विभाग के निर्देशानुसार रेडराट बीमारी वाले क्षेत्र का गन्ना सर्वे नहीं किया जाएगा।

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