रबी की गेहूं फसल के लिए पर्याप्त बीज व खाद

रबी की मुख्य फसल गेहूं ही है। मूसलाधार बारिश के कारण जनपद में गेहूं की बुआई कुछ दिन पिछड़ गई है। गेहूं बुआई के लिए किसान और कृषि विभाग तैयार है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:32 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:32 PM (IST)
रबी की गेहूं फसल के लिए पर्याप्त बीज व खाद
रबी की गेहूं फसल के लिए पर्याप्त बीज व खाद

बिजनौर, जेएनएन। रबी की मुख्य फसल गेहूं ही है। मूसलाधार बारिश के कारण जनपद में गेहूं की बुआई कुछ दिन पिछड़ गई है। गेहूं बुआई के लिए किसान और कृषि विभाग तैयार है। फिलहाल जनपद में खाद की किल्लत नहीं है। रविवार को जिले में कई स्थानों पर बारिश हुई। किसानों को चिता है कि फिर बारिश हुई, तो धान की फसल का काफी नुकसान होगा। चीनी मिलें भी लेट चलेंगी। इससे गेहूं बुआई और प्रभावित होगी।

कृषि विभाग के स्टोरों पर गेहूं बुआई के लिए उन्नत बीज तथा खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। वर्तमान समय में यूरिया 6858 मीट्रिक टन, डीएपी 4675 मीट्रिक टन और एनपीके 7906 मीट्रिक टन खाद की उपलब्धता है। गेहूं बुआई के लिए 6582 कुंतल उन्नत बीज का लक्ष्य है, जिसके सापेक्ष विभाग पर 2068 कुंतल बीज उपलब्ध है, बाकी की डिमांड भेजी गई है। पिछले दिनों जनपद में हुई मूसलाधार बारिश किसानों के लिए आफत बनी है।

खेतों में पानी भरा होने से धान को ज्यादा नुकसान तथा गन्ना भी गिर गया है। जनपद में रबी की गेहूं एवं तिलहन की फसल की बुआई भी चल रही है। गेहूं बुआई का कार्य 15 अक्टूबर से शुरू हो गया। गेहूं बुआई के लिए किसान खेतों को तैयार करने में जुटे हुए थे, लेकिन मूसलाधार बारिश ने गेहूं की बुआई में देरी कर दी। कृषि विभाग भी किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में जुट गया है। अनुदान पर किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराया जाएगा।

गेहूं बुआई के लिए कुल बीज 6582 कुंतल का लक्ष्य रखा गया है। इसके सापेक्ष जिले में 2068 कुंतल बीज उपलब्ध है। स्टोरों पर अगेती और पछेता गेहूं बुआई के लिए बीज उपलब्ध रहता है। साथ ही किसानों को उक्त गेहूं का बीज अनुदान पर दिया जाता है। खाद उद्यान संघ, गन्ना समिति, एग्रो, निजी केंद्रों पर खाद की बिक्री होती है। जिले में बिक्री केंद्र पर यूरिया 5056 मीट्रिक टन, डीएपी 1251, एनपीके 1918 मीट्रिक टन तथा बफर यूरिया 1802 मीट्रिक टन, डीएपी 3424, एनपीके 5988 मीट्रिक टन है। अभी तक स्टोरों से किसानों को यूरिया 379 मीट्रिक टन, डीएपी 161, एनपीके 100 मीट्रिक टन है।

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-बोले अधिकारी

बारिश से गेहूं बुआई में कुछ दिन की देरी हो गई। गेहूं बुआई के लिए उन्नत बीज तथा सभी स्टोरों पर खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। विभाग के स्टोरों पर अनुदान पर उन्नत गेहूं बीज स्टोरों पर पर्याप्त मात्रा मिलेगा।

-डा. अवधेश मिश्र, जिला कृषि अधिकारी बिजनौर

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