कम हुई संक्रमण की रफ्तार, पटरी पर लौटने लगी व्यवस्था
जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है जबकि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। संक्रमण की रफ्तार कम होने से अस्पतालों की व्यवस्था में भी सुधार हुआ है। वर्तमान में जिले के सभी एल-2 अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए बैड उपलब्ध है जबकि आक्सीजन की स्थिति में भी सुधार हुआ है।
जेएनएन, बिजनौर। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है, जबकि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। संक्रमण की रफ्तार कम होने से अस्पतालों की व्यवस्था में भी सुधार हुआ है। वर्तमान में जिले के सभी एल-2 अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए बैड उपलब्ध है, जबकि आक्सीजन की स्थिति में भी सुधार हुआ है।
जिले में अप्रैल माह में 5521 मरीज मिले थे, जबकि मई माह में अब तक 3702 मरीज मिले हैं। मई माह में 4903 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। मरीजों की संख्या में कमी होने और स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से हालत पटरी पर लौटते नजर आ रहे हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अब बुखार रोगियों और संक्रमितों की संख्या में कमी आई है। अब कोरोना संक्रमितों के लिए बने एल-2 अस्पतालों में बुखार रोगी कम ही पहुंच रहे हैं। मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए अब पहले जैसी आपाधापी नहीं रह गई है। एल-2 अस्पतालों संक्रमितों को आसानी से बेड मिल रहे हैं। जिले में नजीबाबाद और विसाट (हल्दौर) में लगे दोनों आक्सीजन प्लांट चल रहे हैं। अस्पतालों को ही नहीं होम क्वारंटाइन मरीजों को भी आसानी से आक्सीजन मिल पा रही है। यहीं कारण है कि संक्रमित लगातार स्वस्थ हो रहे हैं। अलबत्ता भर्ती मरीजों के तीमारदार उनकी कुशलता को लेकर चितित अवश्य ही दिखाई देते हैं।
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एल-2 अस्पतालों में बेड की स्थिति:
अस्पताल का नाम---------कुल बेड----भर्ती मरीज-----खाली
चंद्रकांत आत्रे अस्पताल-------30 ---------25--------05
गायत्री देवी अस्पताल गंज----- 30----------12--------18
सीएचसी हल्दौर------------30----------06--------24
पुलकित मेमोरियल अस्पताल---22---------16---------06
नजीबाबाद सीएचसी---------30--------- 09--------21
जिला अस्पताल----------- 90---------09---------81