मायानगरी से जन्मस्थली पहुंचे छोटे पर्दे के अभिनेता प्रयोम गुर्जर

लाकडाउन ने कभी न रुकने वाली मुंबई की रफ्तार भी रोक दी है। मायानगरी मुंबई में शूटिग जहां की तहां रुक गई है। ऐसे में कलाकारों को अपने-अपने पैतृक गांव पहुंचकर अपनों के पास आने का मौका भी मिल गया है। छोटे पर्दे पर इश्कबाज सावधान इंडिया क्राइम अलर्ट क्राइम पेट्रोल लाल इश्क व श्रीमद्भागवत जैसे सीरियलों में तरह-तरह के अभिनय निभा चुके जिले के ब्लाक नूरपुर के गांव हीमपुर पृथ्या निवासी अभिनेता प्रयोम गुर्जर इन दिनों अपने गांव आए हुए हैं। यहां वह अपने परिवार को तो पूरा समय दे ही रहें हैं साथ ही हर पल को सादगी से गुजार रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:33 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:33 AM (IST)
मायानगरी से जन्मस्थली पहुंचे छोटे पर्दे के अभिनेता प्रयोम गुर्जर
मायानगरी से जन्मस्थली पहुंचे छोटे पर्दे के अभिनेता प्रयोम गुर्जर

जेएनएन, बिजनौर। लाकडाउन ने कभी न रुकने वाली मुंबई की रफ्तार भी रोक दी है। मायानगरी मुंबई में शूटिग जहां की तहां रुक गई है। ऐसे में कलाकारों को अपने-अपने पैतृक गांव पहुंचकर अपनों के पास आने का मौका भी मिल गया है। छोटे पर्दे पर इश्कबाज, सावधान इंडिया, क्राइम अलर्ट, क्राइम पेट्रोल, लाल इश्क व श्रीमद्भागवत जैसे सीरियलों में तरह-तरह के अभिनय निभा चुके जिले के ब्लाक नूरपुर के गांव हीमपुर पृथ्या निवासी अभिनेता प्रयोम गुर्जर इन दिनों अपने गांव आए हुए हैं। यहां वह अपने परिवार को तो पूरा समय दे ही रहें हैं, साथ ही हर पल को सादगी से गुजार रहे हैं।

गांव हीमपुर पृथ्या निवासी स्व. जयवीर सिंह के पुत्र प्रयोम कुमार गुर्जर कई वर्ष पूर्व मुंबई में फिल्मी दुनिया में पहुंच चुके थे। उन्होंने अब तक मैं मायके चली जाऊंगी, इश्कबाज, सावधान इंडिया, क्राइम अलर्ट, क्राइम पेट्रोल, लाल इश्क व श्रीमद्भागवत जैसे कार्यक्रम में कई तरह के रोल अदा किए हैं। वहीं, श्रीमद्भागवत में लक्ष्मण का रोल निभा रहे हैं। मुंबई में कोरोना के चलते सब कुछ बंद है। जिसके चलते वह लगभग 21 दिन पूर्व अपने पैतृक गांव पहुंचे। ऐसे में हर एक घंटा वह सदुपयोग कर लेना चाहते हैं। पिछले 12 वर्षों से भी अधिक समय से मुंबई में काम कर रहे प्रयोम गुर्जर के पास साल में कम ही मौके होते थे, जब वह घर आ पाते थे। इस बार लाकडाउन ने उन्हें परिवार जनों की सेवा और उनके साथ समय बीताने का लंबा मौका दिया। सब्जी की बगिया में बीता रहे समय

गांव पहुंचकर वह समय का सदुपयोग कर रहे हैं। घर में बने किचन गार्डन में टमाटर, भिडी, लौकी, तोरी, धनिया समेत कई सब्जियां लगी हैं। प्रयोग गुर्जर की सुबह योग व प्राणायाम के साथ शुरू होती है। उसके बाद पूजा पाठ करके परिवार के साथ चाय पीते हैं। नाश्ता करने के बाद छोटे भाई के साथ खेत पर जाते हैं। दोपहर खाना खाने और हालीवुड फिल्म देखने में कट जाती है। वीडियो काल पर हो रहीं बातें

किस्से कहानियां, गांव में बिताई बचपन की बातें, सभी को घर पर रहने की सलाह के साथ साथ सावधानी बरतने, सरकार के निर्देशों का पालन करने, उचित दूरी बना कर रखने, अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, रिश्तेदारों से फोन पर वीडियो काल से इन सब पर बातें होती हैं। मां जबर कली का किचन में हाथ बंटाना उनका रूटीन बन गया है। सभी का डिनर एक साथ होता है। रात में सोने से पहले टीवी पर रामायण देखने के साथ श्रीमद्भागवत पुस्तक पढ़ने और दिन में अपने पसंदीदा अखबार दैनिक जागरण को पढ़ते हैं।

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