माता वाला तालाब बना ग्रामीणों के लिए वरदान
नजीबाबाद क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर बसी का माता वाला तालाब किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। तालाब में वर्षभर पानी रहता है।
बिजनौर, जेएनएन। नजीबाबाद क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर बसी का माता वाला तालाब किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। तालाब में वर्षभर पानी रहता है। इसके चारों ओर पेड़-पौधे तथा नजदीक में माता का मठ इसे मनोहर बनाता है। किसान आवश्यकता के अनुसार तालाब के पानी से फसलों की सिचाई करते हैं। तालाब में पानी भरा रहने से गांव का जलस्तर कभी नीचे नहीं गिरता है। तालाब को संरक्षित रखने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा इसका सौंदर्यीकरण भी कराया गया है।
तहसील के गांव सिकंदरपुर बसी का माता वाला तालाब कई दशकों पुराना है। कई बीघा में फैले तालाब में गांव की जल निकासी होती है। जिससे तालाब में पानी वर्षभर बना रहता है। एक दशक पहले तालाब का ग्राम पंचायत द्वारा सुंदरीकरण कराया गया। तालाब के चारों ओर मेड़ व पटरी बनाकर पौधारोपण किया गया है। हालांकि देखभाल के अभाव में कुछ पौधे नष्ट हो गए हैं। तालाब के चारों ओर जो पेड़-पौधे खड़े हैं, तालाब की सुंदरता को बढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों ने शिवकुमार जोशी, सुनील कुमार, धर्मपाल, दीप विश्नोई का कहना है कि तालाब दशकों पुराना है। तालाब के नजदीक माता का मठ है, जिसके चलते तालाब माता वाला तालाब कहलाता है। तालाब में पानी भरा रहने से उनके गांव का जलस्तर कभी नीचे नहीं गिरता है। तालाब को संरक्षित रखने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा इसका सौंदर्यीकरण भी कराया गया। तालाब ग्राम पंचायत के लिए आमदनी का स्त्रोत है। जरुरत पड़ने पर आसपास के किसान तालाब के पानी से अपनी फसलों की सिचाई करते हैं।