गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में श्रद्धापूर्वक मनाया संगरांद पर्व

धामपुर नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में संगरांद पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस दौरान गुरु महाराज के वजीर ने गुरुवाणी के अमोलक कीर्तन से संगत को निहाल किया। वहीं गुरुद्वारे में चल रहे तीन दिवसीय अखंड पाठ का समापन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 10:37 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 10:37 PM (IST)
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में श्रद्धापूर्वक मनाया संगरांद पर्व
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में श्रद्धापूर्वक मनाया संगरांद पर्व

जेएनएन, बिजनौर। धामपुर नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में संगरांद पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस दौरान गुरु महाराज के वजीर ने गुरुवाणी के अमोलक कीर्तन से संगत को निहाल किया। वहीं गुरुद्वारे में चल रहे तीन दिवसीय अखंड पाठ का समापन हो गया।

धामपुर की पंजाबी कालोनी में स्थित गुरुद्वारे में आयोजित संगरांद पर्व के मौके पर गुरुघर के वजीर ज्ञानी रघुवीर सिंह ने गुरुवाणी के अमोलक कीर्तन से संगत को निहाल किया। वहीं गुरुद्वारे में चल रहा तीन दिवसीय अखंड पाठ का भी समापन हो गया। उन्होंने बताया कि संगरांद पर्व एक ऐसा महान पर्व है, जिसका प्रत्येक गुरमुख परिवार को बेसब्री से इंतजार रहता है। बताया जाता है कि संगरांद पर्व से प्रारंभ होने वाले प्रत्येक माह के मौके पर जहां सच्चे पातशाह वाहेगुरु के चरणों में सभी परिवारों में खुशहाली व समृद्धि बनाए रखने की अरदास की जाती है। वहीं गुरुमुख परिवार भी इस दिन को अपने लिए बहुत ही सौभाग्यशाली मानते हैं। प्रबंध समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष सरदार रविदर सिंह सिडाना व सचिव सरदार अमरजीत सिंह सिडाना ने भी संगरांद पर्व के बारे में बताया। इस दौरान त्रिलोचन सिंह चावला, गुलशनलाल छाबड़ा, ऑडिटर एसपी सलूजा, गुरशरण सिंह मोहन, कुलदीप सिंह मोगा, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जिलाध्यक्ष सरदार सतवंत सिंह सलूजा, मोतीलाल शर्मा आदि उपस्थित रहे। वहीं कार्यक्रम में गुरुद्वारा की प्रबंध समिति की ओर से सरदार देवेंद्र सिंह मोगा को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम का समापन विशाल लंगर से किया गया।

नजीबाबाद: आषाढ़ मास के शुभारंभ पर गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ का समापन हुआ। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी उपकार सिंह ने बारह माह माझ महला पंजवा का पाठ किया। उन्होंने कथा विचार करते हुए गुरुबाणी में आषाढ़ महीने के संबंध में गुरु अर्जुन देव साहिब द्वारा दिए गए उपदेश पर चर्चा की। हुजूरी रागी भाई नवदीप सिंह के जत्थे ने शबद गायन किया। अरदास एवं हुकुमनामे के साथ कार्यक्रम के समापन पर प्रसाद वितरित किया गया। चरनजीत सिंह के परिवार की ओर से सहज पाठ का शुभारंभ किया गया।

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