विचारधाराओं का पोषक है सनातन परंपरा

आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में आर्य समाज मंदिर सैंद्वार में तीन दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम हुआ। इसमें वानप्रस्थी ओम मुनि ने कहा कि भारतीय सनातन परंपरा विचारधाराओं की पोषक है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:04 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:04 PM (IST)
विचारधाराओं का पोषक है सनातन परंपरा
विचारधाराओं का पोषक है सनातन परंपरा

बिजनौर, जेएनएन। आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में आर्य समाज मंदिर सैंद्वार में तीन दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर वानप्रस्थी ओम मुनि ने ईश्वर द्वारा बनाई गई सृष्टि के विषय में विस्तार से बताया। कहा कि ग्रह उपग्रह निश्चित अवधि में गतिशील हैं। इसी से हम ज्योतिष के द्वारा गणित ज्ञान प्राप्त करते हैं। आर्य समाज सैंद्वार प्रशासक आर्य प्रतिनिधिसभा के प्रधान रमेश आर्य ने कहा कि आर्य समाज वैदिक सनातन परंपरा विचारधाराओं का पोषक है। वैदिक विचारों पर अपने जीवन को चलाकर शांति प्राप्त की जा सकती है। मोहित शास्त्री ने भजनों के माध्यम से क्रांतिकारियों के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने वीर सावरकर के बलिदान को विस्तार से बताया। इस अवसर पर हिमांशु आर्य, भूपेंद्र आर्य, अरविद आर्य, वीरेंद्र आर्य, सविता, प्रदीप, दिनेश, पीयूष, योगेश शर्मा, प्रशांत शर्मा आदि उपस्थित रहे।

फसलें नष्ट कर रहे बेसहारा पशु

खुलेआम घूम रहे बेसहारा पशु फसलों को नष्ट कर रहे हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। फसलों को बचाने के लिए किसानों को अपने खेतों पर पहरा देना पड़ रहा है। किसानों ने स्थानीय प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की है।

पिछले काफी समय से क्षेत्र के गांव तंगरौला, लिंडरपुर, जाफराबाद कुरई, रामोरूपपुर, धारूपुर, हीमपुर पृथ्या, हैजरपुर भट्ट, अलाउद्दीनपुर सहित एक दर्जन से भी अधिक गांवों में बेसहारा पशु खुलेआम घूम रहे हैं, जो फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। तमाम दावों और गोवंश आश्रय स्थल बनने के बाद भी दिनभर ऐसे पशु खेतों में घुस जाते हैं और फसल नष्ट कर रहे हैं। वहीं रात्रि के समय नूरपुर-धारूपुर मार्ग पर बैठ जाते हैं, जिससे हादसों का डर बना रहता है। कई बार हिसक हो जाने के चलते ये बेसहारा पशु ग्रामीणों पर भी हमला करते रहते हैं। बावजूद इसके पशुपालन विभाग हो या अन्य कोई विभाग, इनकी सुधि नहीं लेता है। इससे किसानों में रोष व्याप्त है। क्षेत्रीय ग्रामीण विकास कुमार, महिपाल सिंह, भूूदेव कुमार, सुनील कुमार, सत्यवीर सिंह, हेमराज सिंह, नरेंद्र कुमार, सुभाष कुमार, जयवीर सिंह, वीरपाल सिंह, नरेश कुमार सहित आदि किसानों ने प्रशासन से ऐसे बेसहारा पशुओं को पकड़वाकर आश्रय स्थल छोड़े जाने की मांग की है।

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