बारिश से गड्ढों में तब्दील हो गईं सड़कें
पिछले दिनों हुई बारिश ने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी। बरसात में जलभराव की वजह से मेरठ-पौड़ी हाइवे-119 समेत कई अन्य सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए। कुछ स्थानों पर सड़कों के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यहां हादसा होने पर जान भी जा सकती है। पिछले दिनों हुई बारिश ने नाला सफाई की पोल खोल दी।
जेएनएन, बिजनौर। पिछले दिनों हुई बारिश ने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी। बरसात में जलभराव की वजह से मेरठ-पौड़ी हाइवे-119 समेत कई अन्य सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए। कुछ स्थानों पर सड़कों के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यहां हादसा होने पर जान भी जा सकती है। पिछले दिनों हुई बारिश ने नाला सफाई की पोल खोल दी।
बारिश के दौरान हुए जलभराव की वजह से बिजनौर, धामपुर, नजीबाबाद, चांदपुर और नगीना तहसील के शहरी और ग्रामीणों मार्गों को जोड़ने वाली सड़कों की पर कई-कई फुट चौड़े एवं गहरे गड्ढे हो गए। मेरठ-पौड़ी हाइवे-110 बैराज और बिजनौर के बीच कई स्थानों पर टूट गया। नजीबाबाद में सेंट मेरीज हास्पिटल के सामने मेरठ-पौड़ी हाईवे के बीचोंबीच गहरा गड्ढा हो गया है। कुछ कदम आगे तालाब ओवरफ्लो होने से पानी सड़क पर ठहरने लगा है। धर्मकांटा चौराहे की हालत बेहद खराब है। बुंदकी मार्ग पर नाला अवरुद्ध होने से प्लाइवुड फैक्ट्री के सामने मुख्य मार्ग पर पानी भरा है। बाईपास मार्गों में बिजनौर-कोतवाली नहर पटरी मार्ग, आजाद चौक-हरिद्वार मार्ग, पूर्वी गंगनहर बाईपास मार्ग भी कई जगह बदहाल हैं। वहीं देखरेख के अभाव में क्षेत्र में बने फ्लाईओवर की सड़कें भी क्षतिग्रस्त होने लगी हैं। धामपुर क्षेत्र के शेरकोट में नेशनल हाई-74 के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है, यहां मिट्टी डाली गई है। सड़क के दोनों ओर मिट्टी होने के कारण बरसात में फिसलन होने से परेशानी हो रही है। वहीं नहटौर में नूरपुर मार्ग पर खंडसाल बिजलीघर से जाने वाला मुख्य मार्ग बदहाल पड़ा है। अफजलगढ़, नींदड़ू, गांव अमखेड़ा, बसेड़ा नारायण आदि में मार्ग क्षतिग्रस्त हैं।
जरा सी बरसात के बाद इन सड़कों पर आए दिन दुपहिया वाहन चाल हादसों का शिकार हो रहे हैं। चांदपुर में बिजनौर-बदायूं स्टेट हाईवे, बास्टा, फीना, नहटौर आदि मार्ग से गुजरना मुश्किल हो रहा है। जलभराव के बाद सड़क बुरी तरह उखड़ चुकी है। हालांकि, सड़कों पर पत्थर डालकर यातायात व्यवस्था सुचारू करने का प्रयास किया जाता है, लेकिन बरसात के बाद स्थिति और बुरी हो जाती है। कुछ स्थानों पर पानी खिचवाकर पैच वर्क तो किया जा रहा है, लेकिन तेज बारिश में यह पैचवर्क नाकाफी रहेगा।
इनका कहना है-
बरसात में क्षतिग्रस्त सड़कों को चिन्हित करने की हिदायत संबंधी विभागों के अधिकारियों को दे दी गई है। जल्द ही क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराए जाने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-भगवान शरण पटेल, एडीएम प्रशासन।