कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को पाल रहे सगे-संबंधी

कोरोना काल में अनाथ बच्चे अपने स्वजनों के साथ रह रहे हैं। जनपद में कोई बाल एवं किशोर गृह नहीं है। जरूरत पड़ने पर बच्चों को रामपुर और किशोरों को मुरादाबाद भेजा जाता है। सरकार ने ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए चार हजार प्रतिमाह दिए जाने की व्यवस्था रखी है। इस योजना के पहले चरण में 36 बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 10:58 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 10:58 PM (IST)
कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को पाल रहे सगे-संबंधी
कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को पाल रहे सगे-संबंधी

जेएनएन, बिजनौर। कोरोना काल में अनाथ बच्चे अपने स्वजनों के साथ रह रहे हैं। जनपद में कोई बाल एवं किशोर गृह नहीं है। जरूरत पड़ने पर बच्चों को रामपुर और किशोरों को मुरादाबाद भेजा जाता है। सरकार ने ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए चार हजार प्रतिमाह दिए जाने की व्यवस्था रखी है। इस योजना के पहले चरण में 36 बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है।

जनपद में मिलने वाले अनाथ बच्चों को बालगृह रामपुर और किशोरों को किशोर गृह में भेजे जाने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना लागू किए जाने के बाद जनपद में 86 ऐसे बच्चे चिन्हित किए गए, जिनके परिवार के एक कमाऊ सदस्य की मौत हो गई। वहीं पांच ऐसे बच्चे चिन्हित किए गए, जिनके माता-पिता की कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर मौत हो गई। चिन्हित बच्चों के सत्यापन के दौरान राजस्व एवं पंचायत राज विभाग के कर्मचारियों की संयुक्त टीमों ने गांव-गांव सत्यापन किया, तो यह तथ्य उजागर हुआ कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे वर्तमान में दादा-दादी, ताऊ-ताई, चाचा-चाची अथवा ननिहाल में रह रहे हैं। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोरोना काल में परिवार के एक कमाऊ सदस्य की मौत एवं अनाथ हुए बच्चों के लालन-पालन करने के लिए सरकार ने चार हजार रुपये प्रतिमाह उनके खातों में हस्तांतरित करने का काम शुरू कर दिया है। इस योजना के पहले चरण में ऐसे 36 बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है, जबकि 55 बच्चों के सत्यापन का कार्य तेजी से चल रहा है। सत्यापन होने के बाद इन बच्चों को लाभान्वित करने के लिए जिला स्तरीय कमेटी अनुमोदन करेगी। अनुमोदन के बाद इन बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा। इनका कहना है:

जनपद में बाल एवं किशोर गृह नहीं है। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे अपने नाते-रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं। सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत अनाथ हुए बच्चों के लिए चार हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाने की व्यवस्था की है। जिले में 36 बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है।

-संजय यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी।

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