रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले रहे अधिकारी

बिजनौर जेएनएन। भाकियू के रेल रोको अभियान के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अलर्ट न

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 11:24 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:24 PM (IST)
रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले रहे अधिकारी
रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले रहे अधिकारी

बिजनौर, जेएनएन। भाकियू के रेल रोको अभियान के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अलर्ट नजर आए। एसडीएम हिमांशु वर्मा, सीओ शुभ सुचित व कोतवाल मनोज कुमार पुलिस बल के साथ सोमवार सुबह रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। हालांकि, इस दौरान इक्का दुक्का किसान ही वहां पहुंचा। सिद्धबली एक्सप्रेस ट्रेन को रोके जाने के आशंका के चलते पुलिस घेराबंदी कर दी, लेकिन चांदपुर में ट्रेन को नहीं रोका गया। पुलिस की मौजूदगी में तय समय पर ट्रेन स्टेशन पर आई और तय समय पर यहां से रवाना हो गई। ट्रेन रवाना होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इसके अलावा हाल्ट आदि पर किसानों की मौजूदगी नहीं रहने से पुलिस को राहत मिली।

ज्ञान और प्रेरणा स्त्रोत है सरस्वती पुस्तकालय: उमापति

बिजनौर, जेएनएन। सरस्वती पुस्तकालय का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। पुस्तकालय के सदस्यों ने हवन यज्ञ में आहुति देकर सुख-शांति की कामना की। पुस्तकालय में ज्ञानवर्धन, मनोरंजन सहित विभिन्न विषय पर आधारित पुस्तकों की प्रदर्शन का पाठकों ने अवलोकन किया। सरस्वती पुस्तकालय के वार्षिकोत्सव पर मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया। भाजपा नेत्री लीना सिघल ने पुस्तक प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया। अध्यक्ष उमापति गर्ग ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान और प्रेरणा का स्त्रोत है। सरस्वती पुस्तकालय केवल जनपद का ही नहीं, बल्कि मंडल मुरादाबाद में एकमात्र ऐसा पुस्तकालय है, जहां पिछले 50 वर्ष से भी अधिक पुरानी पुस्तकें उपलब्ध है। इसमें प्रतियोगी परीक्षाएं, इतिहास, भूगोल, कहानियां, विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता की किताबें, ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, संपूर्ण वेद विधान, सभी तरह के धार्मिक, राजनीतिक इत्यादि पुस्तकें उपलब्ध है, जो बहुमूल्य पुस्तकें हैं। लीना सिघल ने कहा की पुस्तकालय में ज्ञान का भंडार है। अधिक से अधिक लोग पुस्तकालय से जुड़ें एवं यहां मौजूद ज्ञान रूपी पुस्तकों का लाभ उठाएं अजय जैन के संचालन में आयोजित वार्षिकोत्सव में पुस्तकाध्यक्ष शिव कुमार अरोड़ा, उप पुस्तकाध्यक्ष पंडित प्रफुल्ल वशिष्ठ, संयोजक प्रदीप डेजी, जितेंद्र जैन, रामनाथ राजपूत, नवीन अग्रवाल, सुनील वशिष्ठ, सुरेंद्र जेटली, अतुल माहेश्वरी आदि उपस्थित रहे। अजय जैन ने बताया कि 19 अक्टूबर को सायंकालीन कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह होगा।

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