महिला व बच्ची की बरामदगी को धरना
नूरपुर में दो माह पूर्व अपनी नौ माह की पुत्री के साथ रहस्यमय ढंग से गायब हुई महिला की बरामदगी की मांग को लेकर परिजनों ने थाने में धरना प्रदर्शन किया। मायके पक्ष के लोगों ने पुलिस से उसकी बरामदगी की मांग की। साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
जेएनएन, बिजनौर। नूरपुर में दो माह पूर्व अपनी नौ माह की पुत्री के साथ रहस्यमय ढंग से गायब हुई महिला की बरामदगी की मांग को लेकर परिजनों ने थाने में धरना प्रदर्शन किया। मायके पक्ष के लोगों ने पुलिस से उसकी बरामदगी की मांग की। साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
गुरुवार दोपहर चांदपुर क्षेत्र के रायपुरी बिज्जू निवासी ब्रजपाल सिंह सहित दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने थाने पहुंच कर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया की दो माह पूर्व उनकी पुत्री ज्योति अपनी नौ माह की बेटी सोनी के साथ गायब हो गई। वह किसी कार्य से नूरपुर आई थी। उनके द्वारा कई बार पुलिस से शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। आरोप है की पुलिस ने उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नही की। इसके बाद महिलाओं ने धरना देकर विरोध जताया। महिला के परिजनों की ओर से पति सहित तीन व्यक्तियों पर अपनी पुत्री को गायब करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र कुमार वर्मा ने तहरीर मिलने की पुष्टि करते हुए बताया की तहरीर के आधार पर गुमशुदगी तरमीम कर दी जाएगी। पटाखे की दुकानों पर छापेमारी
चांदपुर: दीपावली पर्व के मद्देनजर गुरुवार को पुलिस व प्रशासन की टीम ने नगर व क्षेत्र में स्थित पटाखे की दुकानों पर छापामारी की। वहीं, स्टाक के साथ उनका लाइसेंस भी देखा। साथ ही दुकानदारों को नियमानुसार पटाखे बेचने की हिदायत दी। वहीं, नगर के रामलीला मैदान में लगने वाली पटाखों की दुकानों को लेकर भी मौके का मुआयना किया।
दीपावली पर्व में मात्र एक सप्ताह शेष बचा है। हर ओर इसकी तैयारी चल रही है। आतिशबाजी की दुकानें भी बाजार में सजी नजर आ रही है। गुरुवार को एसडीएम हिमांशु वर्मा, सीओ शुभ सुचित व कोतवाल मनोज कुमार ने पुलिस टीम के साथ सरायरफी व हल्दौर रोड स्थित आतिशबाजी के गोदाम पर निरीक्षण किया। इसके अलावा अन्य दुकानों पर भी जांच-पड़ताल की। उन्होंने दुकानदारों को हिदायत दी कि वह नियमानुसार आतिशबाजी की बिक्री करें। वहीं, उनके लाइसेंस भी देखे। उसके बाद वह रामलीला मैदान पहुंचे। बता दें कि यहां पर आतिशबाजी की दुकानें लगती हैं। उन्होंने वहां दुकान लगाने वालों से वार्ता की और नियमों का पालन करने की हिदायत दी।