स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट नहीं तीमारदार

कोरोना संक्रमण लोगों के जी का जंजाल बन गया है। बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। सामान्य रोगियों को घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है जबकि गंभीर रोगियों को जिला एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 07:21 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 07:21 PM (IST)
स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट नहीं तीमारदार
स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट नहीं तीमारदार

बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण लोगों के जी का जंजाल बन गया है। बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। सामान्य रोगियों को घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है, जबकि गंभीर रोगियों को जिला एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। अस्पताल में मरीज दवाएं और सुविधाएं नहीं मिलने से परेशान हैं तो बाहर उनके तीमारदार उनकी कुशलता को लेकर परेशान हैं।

जिलेभर में प्रतिदिन सैकड़ों कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। सामान्य रूप से संक्रमित रोगियों को तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घर में ही आइसोलेट होने की सलाह दे रहे हैं, जबकि गंभीर रोगियों को एल-2 अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण जिला अस्पताल, सीएचसी हल्दौर, सीएचसी नजीवाबाद, आत्रे हास्पिटल एवं पुलकित हास्पिटल में बनाए गए एल-2 अस्पताल फुल हैं। अस्पताल में रोगियों का बुरा हाल है। गंभीर रोगियों के मुरादाबाद स्थित टीएमयू एल-3 अस्पताल भेजा जाता रहा है, लेकिन वहां भी अब बेड खाली नहीं होने के कारण गंभीर रोगियों को भी एल-2 अस्पताल में ही रखा जा रहा है। जिला अस्पताल के एल-2 में भर्ती स्योहारा निवासी राहुल कोरोना से संक्रमित है, उन्हें सामान्य दवाएं दी जा रही हैं। राहुल के बड़े भाई रौनक सिंह का कहना है कि उसका भाई गंभीर रूप से बीमार है। उसे एल-3 अस्पताल के लिए रेफर नहीं किया जा रहा, जो दवाएं चिकित्सक लिख रहे हैं वह बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसी स्थिति में वह मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। दूसरी ओर जिला अस्पताल में भर्ती दिनेश के पिता ने बताया कि उनके मरीज को न तो समय पर खाना दिया जा रहा है और न ही दवाएं। फोन पर उसने बताया कि अन्य मरीज भी बेहाल हैं, लेकिन चिकित्सक एक बार दवाएं देने के बाद फिर नहीं आते।

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