जनपद में पोषण वाटिका से भस्म होगा कुपोषण

कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार एवं विभाग ने राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सार्थक प्रयास कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:34 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:34 PM (IST)
जनपद में पोषण वाटिका से भस्म होगा कुपोषण
जनपद में पोषण वाटिका से भस्म होगा कुपोषण

बिजनौर, जेएनएन। कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार एवं विभाग ने राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सार्थक प्रयास कर रहा है। पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों और कुपोषित बच्चों के घर में पोषण वाटिका बनाई जा रही है। पोषण वाटिका से उगाई जाने वाली सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर रहेंगी। वाटिका में उगाई जाने वाली हरी सब्जियां, सहजन, करौंदा और नीबू के गुणों के बारे में जनसामान्य को जागरूक किया जाएगा।

सितंबर माह राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। जनपद में लगभग 4863 बच्चे अति गंभीर कुपोषण की श्रेणी में हैं। इनके साथ ही लगभग 13601 बच्चे गंभीर अल्प वजन वाले चिन्हित किए गए हैं। कुपोषण को हराने के लिए सरकारी स्कूलों, आवासीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत की अतिरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका की स्थापना की जाएगी, ताकि कुपोषितों को वाटिका से औषधीय, पौष्टिक, हरी सब्जियां मिल सकें। इस क्रम में कई स्थानों पर वाटिका तैयार कर दी गई। पोषण वाटिका में किस प्रकार रोजमर्रा उपयोग में आने वाली सब्जी जैविक खाद द्वारा तैयार करने की सरल विधि बताई जाएगी, ताकि लोग कैमिकल युक्त खाद के स्थान पर जैविक खाद से तैयार सब्जियों का सेवन कर स्वस्थ रह सकें।

-उगाई जाएंगी हरी सब्जियां

पोषण वाटिका में सब्जी बैंगन, फूल गोभी, सेम, खीरा, राजमा, शिमला मिर्च, लौकी, तोरी, कढ़ी पत्ता, धनिया, पत्ता गोभी अदरक, गाजर एवं मेथी साग, टमाटर व करेला उगाई जाएंगी। पोषण वाटिका तैयार करने में उद्यान विभाग, कृषि विभाग के अधिकारियों का सहयोग लिया जाएगा। -इनका कहना है:- सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस माह में कुपोषण को खत्म करने के लिए शासन व विभाग की ओर से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी स्कूलों एवं अन्य सरकारी को जमीन पर पोषण वाटिका तैयार की जाएगी। पोषण वाटिका में पौष्टिक सब्जियां एवं फल उगाने की आसान विधि ग्रामीणों को बताई जाएगी। पौष्टिक सब्जियां खिलाने को जागरूक भी किया जा रहा है।

-नागेंद्र मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी बिजनौर।

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