लापता 314 हिस्ट्रीशीटरों की पुलिस को तलाश
विधानसभा चुनाव को लेकर जिले के हर हिस्ट्रीशीटर की निगरानी की जाएगी। थानेवार हिस्ट्रीशीटर के घर पर पहुंचकर उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस की निगरानी में 314 हिस्ट्रीशीटर लापता मिले हैं। उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। एसपी ने इनके बारे में अपडेट जानकारी के लिए थाना प्रभारियों को टास्क दिया है।
बिजनौर, जागरण टीम। विधानसभा चुनाव को लेकर जिले के हर हिस्ट्रीशीटर की निगरानी की जाएगी। थानेवार हिस्ट्रीशीटर के घर पर पहुंचकर उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस की निगरानी में 314 हिस्ट्रीशीटर लापता मिले हैं। उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। एसपी ने इनके बारे में अपडेट जानकारी के लिए थाना प्रभारियों को टास्क दिया है।
जेल से बाहर घूम रहे हिस्ट्रीशीटर की निगरानी करने के आदेश दिए गए हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के चलते पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी गई है। जिलेभर में 1834 एचएस है। इनमें 1473 एक प्रकार के हैं। यह प्रकार के एचएस की अपराध में सक्रिय रहने की अधिक संभावना होती है। उन्हें 'ए' की श्रेणी में रखा जाता है। जनपद में एचएस की निगरानी का अभियान चलाया जा रहा है। निगरानी में 135 एचएस जेल में मिले हैं। वहीं, 1385 की उपस्थिति मिल गई है। सबसे बड़ी चिता 214 हिस्ट्रीशीटर है। यह पुलिस रिकार्ड में लापता हो गए हैं। उनकी कोई लोकेशन और जानकारी नहीं मिल पा रही है। स्वजन को भी कोई जानकारी नहीं है। माना जा रहा है कि कोई जिला छोड़कर कहीं गुमनामी में रह रहे हैं। कोई किसी अन्य प्रदेश की जेल में बंद हैं। पुलिस की टीम उनकी बारे में पुख्ता जानकारी करने में जुटी है। सबसे अधिक लापता हिस्ट्रीशीटर चांदपुर में हैं। एसपी ने एसपी सिटी डा. प्रवीन रंजन सिंह और एसपी देहात राम अर्ज को थानेवार लापता हिस्ट्रीशीटरों को पता लगाने के निर्देश दिए हैं।
-----
फुट पेट्रोलिग में दी जा रही दबिश
चुनाव के चलते उन पर सख्त नजर रखी जा रही है। गांव और शहरों में फुट पेट्रोलिग के दौरान एचएस के घर पर दबिश दी जा रही है। वहीं उसे हर सप्ताह थाने में हाजिरी देने के लिए कहा गया है। वहीं, अपराध से जुड़े हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
------
हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी का टास्क दिया गया है। सक्रिय अपराधियों पर कार्रवाई भी की जा रही है। लापता एचएस के बारे में जानकारी की जा रही है। हर व्यक्ति पर निगाह है।
-डा. धर्मवीर सिंह, एसपी