बूथ कैप्चरिग की सूचना पर दौड़ी पुलिस

नगीना मार्ग स्थित गांव हबीबवाला में मतदान के दौरान सोमवार दोपहर किसी ने अधिकारियों को बूथ कैप्चरिग होने की सूचना दे दी। इससे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना पर धामपुर कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन मामला दो प्रत्याशियों के समर्थकों बीच वोट डालने को लेकर विवाद निकला। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:21 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:21 PM (IST)
बूथ कैप्चरिग की सूचना पर दौड़ी पुलिस
बूथ कैप्चरिग की सूचना पर दौड़ी पुलिस

जेएनएन, बिजनौर। नगीना मार्ग स्थित गांव हबीबवाला में मतदान के दौरान सोमवार दोपहर किसी ने अधिकारियों को बूथ कैप्चरिग होने की सूचना दे दी। इससे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना पर धामपुर कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन मामला दो प्रत्याशियों के समर्थकों बीच वोट डालने को लेकर विवाद निकला। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

गांव हबीबवाला में स्थित मतदान केंद्र पर कुछ हंगामे के दौरान किसी ने सेक्टर मजिस्ट्रेट को बूथ कैप्चरिग होने की सूचना दे दी। आनन-फानन में धामपुर कोतवाल अरुण कुमार त्यागी पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली, कोतवाल ने बताया कि केंद्र में एक प्रत्याशी का समर्थक बूथ के अंदर खड़ा था, इसी पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया था। एक पक्ष ने दूसरे प्रधान प्रत्याशी पर बूथ कैपचरिग का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को फोन कर दिया था। लेकिन ऐसा कोई मामला नहीं था, दोनों पक्षों को बूथ से हटाकर मामला शांत कर दिया गया था।

इसके अलावा पुराना धामपुर, गांव नीमला, चक सहजानी सहित कुछ स्थानों पर भी प्रत्याशियों के समर्थकों में कहासुनी व नोक झोंक हुई। कई जगह लोगों ने हंगामा भी किया लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामला शांत किया। रिजर्व कर्मियों ने किया हंगामा :

धामपुर : चुनावी ड्यूटी में लगाए गए रिजर्व मतदान कर्मियों को पारिश्रमिक नहीं दिया गया। इसे लेकर धामपुर के केएम इंटर कालेज में उन्होंने सेामवार देर शाम हंगामा किया। हंगामा करने पर आरओ की ओर से ड्यूटी की स्लिप देकर ट्रेजरी से भुगतान होने की बात कही गई। मतदान कर्मियों को ड्यूटी खत्म होने के साथ ही मानदेय दिए जाने का प्रावधान है। इसके लिए सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को उनके क्षेत्र की पोलिग पार्टियों के हिसाब से धनराशि उपलब्ध करा दी जाती है। लेकिन रिजर्व में रखे गए मतदान कर्मियों को ड्यूटी समाप्त होने के बाद बिना पारिश्रमिक ही रिलीव कर दिया गया। जिसे लेकर उन्होंने हंगामा किया।

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