जगह-जगह पुलिस प्रशासन का रहा पहरा
चांदपुर में लखीमपुर खीरी में उपद्रव के बाद किसानों की प्रतिक्रिया को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजर आया। एसडीएम सीओ व कोतवाल अलग-अलग टीमों के साथ जगह-जगह
जेएनएन, बिनजौर। चांदपुर में लखीमपुर खीरी में उपद्रव के बाद किसानों की प्रतिक्रिया को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजर आया। एसडीएम, सीओ व कोतवाल अलग-अलग टीमों के साथ जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था संभाले नजर आए। वहीं, किसान नेताओं की गतिविधियों पर पूरी नजर रखी। एसडीएम वीके मौर्य व सीओ शुभ सुचित पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में गश्त करते रहे। हालांकि, बबनपुरा पुलिस चौकी पर वह दोपहर बाद तक डेरा डाले रहे। वहीं, कोतवाल मनोज कुमार पुलिस टीम के साथ स्याऊ तिराहे पर तैनात रही। बता दें कि चांदपुर तहसील में भाकियू का गढ़ माना जाता है। जिसके चलते किसानों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस अलर्ट रही। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में पूरी तरह शांति रही, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही। क्षेत्र से किसानों का जत्था लखीमपुर खीरी के लिए रवाना नहीं हुआ। लखीमपुर की घटना पर माकपा ने रोष जताया
बढ़ापुर: लखीमपुर में आंदोलनकारी किसानों की मौत के मामले में माकपा कार्यकर्ताओं ने रोष जताते हुए किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पुलिस को सौपा।
माकपा कार्यकर्ताओं ने चौकी प्रभारी गजेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा, जिसमें एक सप्ताह पहले आंदोलनकारी किसानों को सबक सिखाने की धमकी देने वाले गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को तत्काल मंत्री पद से हटाने, घटना की जांच किसी न्यायाधीश से कराने, किसानों की हत्या करने वालों पर हत्या का केस दर्ज करने व लखीमपुर के शहीद किसानों को एक-एक करोड़ की मुआवजा राशि देने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में माकपा जिला कमेटी सदस्य शराफत हुसैन, नगर सचिव अखलाक खां, मलहू, शहजाद व राशिद अंसारी शामिल रहे।