आक्सीजन के लिए दौड़ रहे लोगों की फूल रहीं सांसें

कोरोना महामारी के बीच आक्सीजन सिलेंडर के लिए इतनी मारामारी मचेगी इसका किसी को जरा भी अंदाजा नहीं था। हालात ऐसे बन चुके हैं कि मरीजों के स्वास्थ्य लाभ के लिए तीमारदारों को सही समय पर उचित मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पा रही है। वहीं कई लोग खतरे की स्थिति और आने वाले दिनों में आक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए आक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 10:52 PM (IST)
आक्सीजन के लिए दौड़ रहे लोगों की फूल रहीं सांसें
आक्सीजन के लिए दौड़ रहे लोगों की फूल रहीं सांसें

जेएनएन, बिजनौर। कोरोना महामारी के बीच आक्सीजन सिलेंडर के लिए इतनी मारामारी मचेगी, इसका किसी को जरा भी अंदाजा नहीं था। हालात ऐसे बन चुके हैं कि मरीजों के स्वास्थ्य लाभ के लिए तीमारदारों को सही समय पर उचित मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पा रही है। वहीं, कई लोग खतरे की स्थिति और आने वाले दिनों में आक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए आक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं।

नजीबाबाद तहसील क्षेत्र में हर रोज कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं। कई मरीजों की हालत में सुधार नहीं होने के कारण आक्सीजन की जरूरत भी महसूस की जा रही है। ज्यादातर मरीजों के स्वजन इन आक्सीजन गैस सिलेंडरों के लिए भटकते देखे जा रहे हैं। शुक्रवार को साहनपुर निवासी पूर्व सांसद कुंवर भारतेंद्र सिंह और चेयरमैन मेराज अहमद अलग-अलग जगहों पर आक्सीजन के लिए तड़प रहे मरीजों को आक्सीजन दिलाने के लिए आधी रात तक दौड़ते रहे थे। इस जद्दोजहद में उन्हें आक्सीजन होने के बावजूद इन्कार करने वाले प्रतिष्ठान संचालक को लताड़ना पड़ा था और उनकी शिकायत एसडीएम से करते हुए हालात से निपटने के लिए आक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्था में गंभीरता लाने की अपील करनी पड़ी थी। उन्होंने प्रशासन से दो टूक कहा था कि ऐसे ही चलता रहा, तो स्थिति बेकाबू हो जाएगी। केस-1 : मोहल्ला मकबरा निवासी अविनाश कोरोना संक्रमित मां की जान बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं, लेकिन आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिलने पर उन्हें अपनी हिम्मत टूटती दिखाई दी। उन्होंने बताया कि आक्सीजन की इतनी किल्लत है नहीं, जितनी बताई जा रही है। अजीब स्थिति है, सांसों पर कारोबार हो रहा है।

केस-2 : आदर्शनगर निवासी संजय कुमार अपनी कोरोना संक्रमित मां के लिए आक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए भटक रहे हैं। प्रशासन से गुहार करने के बावजूद भी आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला है। संजय कुमार कहते हैं कि प्रशासन ने खुद को चुनाव मतगणना में व्यस्त कर लिया है और आक्सीजन सिलेंडर देने वालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।

केस-3 : मोहल्ला जाब्तागंज निवासी अली हसन अपने पुत्र के लिए आक्सीजन के लिए भागदौड़ करते दिखे। आंखें भीगी थीं। वृद्धावस्था में भी धूप और लाकडाउन की परवाह किए बगैर प्राइवेट चिकित्सक के सामने आक्सीजन सिलेंडर दिलाने के लिए गिड़गिड़ा रहे थे। वे कह रहे थे, जहां जहां भी सिलेंडर मिलने की उम्मीद थी, सबने मना कर दिया है।

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