धामपुर सीएचसी में लगेगा आक्सीजन प्लांट

संकट के इस दौर में आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए धामपुर सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगेगा। राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा नेत्री कांता कर्दम ने अपनी निधि से सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगाने की स्वीकृति दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 11:04 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 11:04 PM (IST)
धामपुर सीएचसी में लगेगा आक्सीजन प्लांट
धामपुर सीएचसी में लगेगा आक्सीजन प्लांट

जेएनएन, बिजनौर। संकट के इस दौर में आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए धामपुर सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगेगा। राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा नेत्री कांता कर्दम ने अपनी निधि से सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगाने की स्वीकृति दी है।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में संक्रमितों में सांस लेने में दिक्कत के साथ-साथ लेबल कम होने की शिकायत होने लगी थी। तीमारदार आक्सीजन के सिलेंडर के लिए प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के यहां काट रहे थे। मंजूरी मिलने पर बिसाठ और नजीबाबाद स्थित प्लांट पर आक्सीजन लेने के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है। इस काल में आक्सीजन की कमी की वजह से कई संक्रमितों की जान भी चली गई। आक्सीजन की किल्लत से जूझ रही धामपुर क्षेत्र की जनता को निजात दिलाने के लिए राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा नेत्री कांता कर्दम ने अपनी निधि से सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगाने की सहमति दी है। उन्होंने डीएम/सीडीओ को भेजी चिट्ठी में कहा कि वह सांसद राज्यसभा है और उनका नोडल जनपद हापुड़ है। वह अपनी सांसद निधि से सीएचसी धामपुर में आक्सीजन प्लांट लगाए जाने हेतु सहमति करती है। कोरोना में आक्सीजन मैन बनकर उभरे अशलूब

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों को पूरी तरह से भयभीत कर दिया। ऐसे में नगर के साथ-साथ देहात में भी संक्रमण ने जोर पकड़ा है। वहीं मरीजों को आक्सीजन की कमी ने काफी निराश किया तथा लोग इसके लिए भटकते नजर आए। ऐसे में अफजलगढ़ के मोहल्ला नई बस्ती, बेगम सराय निवासी अशलूब अहमद संक्रमितों के लिए मसीहा बनकर आए। वैसे तो वह इनवर्टर व बैटरी बनाने का कारोबार करते हैं, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण व आक्सीजन की कमी के चलते उन्होंने अपना कारोबार बंद कर दिया तथा वह लोगों की मदद करने में जुट गए। उन्होंने जरूरतमंदों, संक्रमितों को निश्शुल्क आक्सीजन के सिलेंडर उपलब्ध कराने शुरू कर दिए। अभी तक वह करीब 83 सिलेंडर जरूरतमंदों को निश्शुल्क उपलब्ध करा चुके हैं। कई बार तो उन्होंने जरूरतमंदों को बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में आक्सीजन भरकर दी। उन्होंने बताया कि उनकी मदद से लोगों की जिदगी बच सके, उन्हें उससे बड़ी खुशी कुछ नहीं है।

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