हरे-भरे पौधे लगाकर घर को बना दिया पौधशाला
हर कोई अपने घर में पेड़-पौधे लगाना पसंद करता है लेकिन लोग आक्सीजन के इस प्राकृतिक स्त्रोत की ठीक से देखभाल नहीं कर पाते हैं। मगर कुछ लोग पौधों को ही अपना जीवन बना लेते हैं। ऐसी ही हैं गांव राहू नंगली निवासी समाजसेवी महिला नीशू शर्मा। उन्होंने अपने घर के अंदर पेड़-पौधों की पूरी बगिया सजाई हुई है।
बिजनौर, जेएनएन। हर कोई अपने घर में पेड़-पौधे लगाना पसंद करता है, लेकिन लोग आक्सीजन के इस प्राकृतिक स्त्रोत की ठीक से देखभाल नहीं कर पाते हैं। मगर, कुछ लोग पौधों को ही अपना जीवन बना लेते हैं। ऐसी ही हैं गांव राहू नंगली निवासी समाजसेवी महिला नीशू शर्मा। उन्होंने अपने घर के अंदर पेड़-पौधों की पूरी बगिया सजाई हुई है। उसमें तरह-तरह के पेड़-पौधे लगे हैं। सुबह उठते ही सबसे पहले इन पेड़-पौधों की देखभाल करती हैं। विकासखंड नूरपुर से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित गांव राहू नंगली की रहने वाली नीशू शर्मा गृहणी हैं, इसके बावजूद वह सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। जागरूक महिला होने के नाते वह पेड़-पौधों के सरंक्षण को महत्व दे रही हैं। नीशू ने अपने घर में गिलोय, श्यामा तुलसी, एलोविरा, गुलाब, कला बांसा, पत्थरचट्टा, सदाबहार, गुलाब, पुदीना, क्रिसमस ट्री, गेंदा के अलावा कई अन्य औषधीय गुणों वाले पौधे लगाए हुए हैं। इनका पालन-पोषण वह अपने बच्चों की तरह ही करती हैं। पति नितिन मोहन शर्मा ड्यूटी पर होते हैं तो वह इन पौधों को पानी देना, खाद देना और उनकी साफ-सफाई करने में लगी रहती हैं। घर में 100 से अधिक पौधे लगे हुए हैं। जब भी घर से बाहर आती हैं तो नए पौधे नर्सरी से खरीदना उनका पहला काम होता है।
उपहार के रूप में देती हैं एक पौधा
परिचितों के जन्मदिन से लेकर घर आए मेहमानों को नीशू पौधे उपहार के स्वरूप भेंट करती हैं। हर साल पौधारोपण अभियान भी चलाती हैं। रोजमर्रा की जिदगी में हरियाली को बढ़ाने की उनकी संजीदगी दूसरे लोगों में भी उत्साह और उम्मीदें पैदा कर रही है। पशु-पक्षियों का भी रखती हैं ख्याल
इसके साथ ही नीशू उन बेजुबान पशु-पक्षियों का भी ख्याल रखती हैं, जो कोरोना काल में दाने के लिए भी मोहताज हो गए हैं। वह सुबह पक्षियों को दाना डालना, गायों को रोटी व हरा चारा डालना नहीं भूलतीं।