मार्ग पर फैला कीचड़, ग्रामीणों में आक्रोश

शिवालाकलां क्षेत्र के ग्राम आराजी भैंसा के ग्रामीणों को इन दिनों गंदगी से दो-चार होना पड़ रहा है। नालियों के साथ तालाब की सफाई न होने रास्तों पर जलभराव हो रहा है। इससे लोगों का मार्गो से गुजरना मुश्किल हो रहा है। रास्तों पर लगातार पानी भरा रहने से कीचड़ फैलने के साथ-साथ मकानों में दरार आने लगी है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने आक्रोश है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:40 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:40 AM (IST)
मार्ग पर फैला कीचड़, ग्रामीणों में आक्रोश
मार्ग पर फैला कीचड़, ग्रामीणों में आक्रोश

जेएनएन, बिजनौर। शिवालाकलां क्षेत्र के ग्राम आराजी भैंसा के ग्रामीणों को इन दिनों गंदगी से दो-चार होना पड़ रहा है। नालियों के साथ तालाब की सफाई न होने रास्तों पर जलभराव हो रहा है। इससे लोगों का मार्गो से गुजरना मुश्किल हो रहा है। रास्तों पर लगातार पानी भरा रहने से कीचड़ फैलने के साथ-साथ मकानों में दरार आने लगी है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने आक्रोश है।

गांव की सरकार बने कई माह बीतने को है, लेकिन सफाई व्यवस्था अभी भी बेपटरी है। गांव आराजी भैंसा इसका उदाहरण बना हुआ है। गांव निवासी कृष्ण कुमार, धर्मवीर सिंह, गुलशन, ब्रह्मपाल सिंह, रामकुमार, ओमपाल सिंह, हितेश कुमार, राम निवासी आदि का कहना है कि मुख्य मार्ग पर गंदे पानी के साथ कीचड़ फैला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के अनदेखी के चलते गांव में पानी की निकासी बंद है। नालियों की सफाई नहीं हो रही है। वहीं, तालाब भी गंदगी से अटा हुआ है। रास्तों पर पानी भर रहा है। इससे ग्रामीणों के मकानों में दरारें भी आ गई हैं। ग्राम प्रधान ममता देवी का कहना है कि जल्द ही नालियों की सफाई कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

गड्ढों पर हर रोज पलट रहे वाहन

बिजनौर-बदायूं स्टेट हाईवे पर बने गड्ढे लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। गड्ढों में फंसकर ई-रिक्शा, बाइक व अन्य वाहन पलट रहे हैं और घायल हो रहे हैं। हालांकि, गड्ढों को बंद करने के लिए पत्थर तो डाले जा रहे हैं, लेकिन बारिश हुई तो समस्या अधिक बढ़ सकती है। जिसे लेकर स्थनीय लोग चितित हैं।

पिछले दिनों लगातार बारिश होने के बाद बिजनौर-बदायूं स्टेट हाईवे बुरी तरह बदहाल हो गया। मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। साथ ही यहां लगातार पानी भरा रहने के चलते लोगों को गुजरने में भारी परेशानी हुई। पानी के बीच गड्ढों का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है। करीब चार सौ मीटर तक मार्ग की हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। गड्ढों को बंद करने के लिए एक दो दिन पूर्व मार्ग पर पत्थर व मिट्टी डालने का कार्य हुआ, लेकिन सभी गड्ढे बंद नहीं किए जा सके। जिसके चलते यहां से अभी वाहन रेंगकर निकल रहे हैं। गुरुवार को चारपाई से भरी एक ई रिक्शा गड्ढे में फंसकर पलट गई, जिसमें चालक घायल होने से बच गया। यह स्थिति एक ही दिन की नहीं बल्कि हर रोज की स्थिति है। लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश हुई तो यहां डाली गई मिट्टी व पत्थर फिर से उखड़ जाएगा, जो भारी दिक्कत खड़ी कर सकता है।

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