गंगा के सहित सहायक नदियों में भी होगी निगरानी

गंगा के अलावा उसकी सहायक नदियों और बड़ी नहरों में भी निगरानी की जाएगी। रविवार को भी पीएसी के बाढ़ राहत दल के जवानों ने गंगा में पेट्रोलिग की। बीच-बीच में गंगा की सहायक नदियों में भी पुलिस बल रिवर पेट्रोलिग करेगा। वही गंगा किनारे बसे ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। निर्धनों के अंतिम संस्कार के खर्च की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत और निकाय को सौंपी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 08:06 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:06 AM (IST)
गंगा के सहित सहायक नदियों में भी होगी निगरानी
गंगा के सहित सहायक नदियों में भी होगी निगरानी

जेएनएन, बिजनौर। गंगा के अलावा उसकी सहायक नदियों और बड़ी नहरों में भी निगरानी की जाएगी। रविवार को भी पीएसी के बाढ़ राहत दल के जवानों ने गंगा में पेट्रोलिग की। बीच-बीच में गंगा की सहायक नदियों में भी पुलिस बल रिवर पेट्रोलिग करेगा। वही गंगा किनारे बसे ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। निर्धनों के अंतिम संस्कार के खर्च की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत और निकाय को सौंपी गई है। इसके लिए पांच हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया है।

रविवार को दूसरे दिन भी पीएसी के जवानों ने मोटर बोट से गंगा में पेट्रोलिग की गई। बालावाली से लेकर जलीलपुर तक बाढ़ राहत दल ने गंगा में निगरानी कर रहा है। अब गंगा ही नहीं बल्कि उसकी सहायक नदियों पर भी निगाह रखी जाएगी। जिले में बहने वाली मालन, खोह, कोटावाली, रवासन और राम गंगा नदी के तटों पर भी कड़ी निगरानी की जाएगी। कुछ बड़ी नहरों पर भी स्थानीय पुलिस की ओर से नजर रखी जा रही है। सहायक नदियों के किनारे बसे ग्रामीणों को भी जागरुक किया जा रहा है पुलिस गांव गांव जाकर यह बता रही है कि पैसे के अभाव में कोई भी सबको नदी में प्रवाहित ना करें। किसी को अंतिम संस्कार में आर्थिक दिक्कत हो रही है, तो सरकार की ओर से खर्च उठाया जाएगा। पांच हजार रुपये अंतिम संस्कार के लिए दिए जाएंगे। पुलिस का पूरा प्रयास है कि किसी भी कीमत पर कोई शव गंगा या नदियों में प्रवाहित नहीं किया जाए। हालांकि जिले में इस तरह के मामले सामने नहीं आए हैं। एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि टीमें गंगा में लगी है। सहायक नदियों में भी नजर रखी जा रही है।

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