विदुर की धरती पर लहलहाएगी औषधीय खेती

बिजनौर जेएनएन। जनपद की भूमि औषधीय फसल शतावर के लिए अत्याधिक अनुकूल है। जिले में शतावर क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 10:16 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:09 AM (IST)
विदुर की धरती पर लहलहाएगी औषधीय खेती
विदुर की धरती पर लहलहाएगी औषधीय खेती

बिजनौर, जेएनएन। जनपद की भूमि औषधीय फसल शतावर के लिए अत्याधिक अनुकूल है। जिले में शतावर की खेती के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित करने के साथ-साथ गंगा किनारे चंदन की खेती को प्रोत्साहित किया जाए। डीएम रमाकांत पांडेय ने विकास भवन के सभागार में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेशन (आत्मा) योजना की गर्वनिग बोर्ड की बैठक में मौजूद संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।

डीएम ने कहा कि जिले में शतावर की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिए कि शतावर की पौध की नर्सरी तैयार कराएं, ताकि किसान बन्धु उससे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने वृहद प्रचार-प्रसार कर शीशम, नीम, महोगिनी, तुन आदि का पौधारोपण में बढ़ावा दिए जाने तथा गंगा किनारे चन्दन की खेती के लिए प्रोत्साहित किया किए जाने के भी निर्देश दिए। जिले में सह फसली खेती को बढ़ावा दिया जाए, ताकि किसानों की आय में अधिक वृद्वि हो सकें। उन्होंने निर्देश दिए गए कि जनपद में लगाए गए सोलर फोटो वोल्टेइक इरीगेशन पम्प का शत-प्रतिशत सत्यापन कराए, ताकि यह पता चले कि जनपद में कितने पम्प सक्रिय हैं।

डीएम ने निर्देश दिए कि विभिन्न कार्य मद में आवंटित किए गए कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखते हुए लाभार्थियों का चयन ऐसी ग्राम पंचायतों से किया जाए, जिन ग्राम पंचायतों में कृषि का औसत उत्पादन कम है। उन्होंने निर्देश दिए कि समय-समय पर कराए गए कार्यों का भौतिक सत्यापन भी सुनिश्चित कराएं। उपकृषि निदेशक जेपी चौधरी ने गत बैठक की कार्यवाही को पढ़कर सुनाया गया, जिसकी सर्वसम्मति से पुष्टि की गई। जेपी चौधरी ने वर्ष 2019-20 के विभिन्न योजनान्तर्गत प्राप्त भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यों की जानकारी बैंठक में प्रस्तुत की गई। इसके अलावा उन्होंने डी-कम्पोजर एवं जीवामृत के सम्बन्ध में जानकारी भी उपलब्ध कराई तथा साथ ही वर्ष 2020-21 को मुख्यालय से प्राप्त लक्ष्यों के सम्बन्ध में एवं वर्ष में कराये जाने वाले कार्यों के क्रियान्वयन की रूप-रेखा से अवगत कराया। जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र ने डास्प योजना अन्तर्गत 2020-21 में कराये जाने वाले कार्यों की कार्ययोजना के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। किसान प्रतिनिधियों ने छोटे ट्रैक्टर एवं धान की रोपाई वाली मशीन को अनुदान पर उपलब्ध कराने को सुझाव दिया गया। ताकि श्रम पर होने वाली लागत को कम किया जा सके। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ नरेन्द्र सिंह द्वारा गन्ने की फसल में रैटून मैनेजर की उपयोगिता के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।

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