बिना लाइसेंस चलता मिला मेडिकल स्टोर
जेएनएन बिजनौर निरीक्षण के दौरान औषधि निरीक्षक को नगीना देहात क्षेत्र के ग्राम भोगली में एक
जेएनएन, बिजनौर : निरीक्षण के दौरान औषधि निरीक्षक को नगीना देहात क्षेत्र के ग्राम भोगली में एक मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस के चलता मिला। औषधि निरीक्षक ने तीन दवाओं के नमूने लेकर जांच को लेबोरेट्री भेज दिए, जबकि स्टोर पर मौजूद दवाओं को सील कर दिया।
औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने मंगलवार को शाहरुख पुत्र अरीबा सईद अहमद निवासी ग्राम हरगांव चंदन के नगीना देहात क्षेत्र के ग्राम भोगली में चल रहे अरीबा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। इस दौरान उनके साथ औषधि अनुसेवक भगीरथ सिंह साथ थे। मांगे जाने पर मेडिकल स्टोर संचालक शाहरुख दवाओं की क्रय-विक्रय करने संबंधी लाइसेंस नहीं दिखा पाया। उसका कहना था कि उसने मेडिकल स्टोर कुछ दिन पूर्व ही शुरू किया था। लाइसेंस नहीं दिखा पाने पर औषधि निरीक्षक ने तीन दवाओं का सैम्पल लेकर जांच को लेबोरेट्री भेज दिया, जबकि स्टोर पर मौजूद 48 प्रकार की दवाओं के दो कार्टन में सील कर दिया। औषधि निरीक्षक ने सभी प्रपत्रों पर शाहरुख के हस्ताक्षर करा कर एवं अंगूठा लगवा लिया। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण की आख्या तैयार कर शाहरुख को उपलब्ध करा दी। औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि बिना लाइसेंस औषधियों का क्रय विक्रय व भंडारण एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 18 (सी) के अंतर्गत प्रतिबंधित है एवं 27 (बी) (11) के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
जिला आबकारी अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि
जेएनएन, बिजनौर : डीएम रमाकांत पांडेय ने मंगलवार को कर-करेत्तर की समीक्षा बैठक में जिला आबकारी अधिकारी के नदारद रहने पर नाराजगी जताई। वहीं उन्होंने एडीएम वित्त एवं राजस्व को निर्देशित किया कि वह जिला आबकारी की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने और राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने वाले अधिशासी अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करें।
उन्होंने राजस्व वसूली से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने विभागीय लक्ष्य को मासिक एवं वार्षिक लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करें। उन्होंने समीक्षा में पाया कि वाणिज्य कर, आबकारी, परिवहन, खनन, विद्युत, सिचाई विभाग, वाट-माप, वानिकी की प्रगति अच्छी नहीं है। इस पर उन्होंने इन विभागों के अधिकारियों को सचेत किया कि वह लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करना सुनिश्चित करें। वसूली कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीएम ने तहसीलों की वसूली पर नाराजगी जताते हुए सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को निर्देशित किया कि वह वसूली कार्य को शत प्रतिशत करना सुनिश्चित करें। वहीं डीएम ने बैठक में जिला आबकारी अधिकारी के नदारद रहने पर नाराजगी जताते हुए एडीएम वित्त एवं राजस्व को निर्देशित किया कि वह जिला आबकारी की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज कराने की कार्रवाई करें। बैठक में सीडीओ केपी सिंह, सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व अवधेश कुमार मिश्र, एडीएम प्रशासन विनोद कुमार गौड़ समेत सभी एसडीएम, तहसीलदार, सभी निकायों के ईओ और संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।