माटी कला भारत की प्राचीनतम कला: ऋषिपाल

नजीबाबाद में मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र पर तीन दिवसीय माटी कला प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। शिविर में शामिल हुए छह जनपदों के 25 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:41 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:41 AM (IST)
माटी कला भारत की प्राचीनतम कला: ऋषिपाल
माटी कला भारत की प्राचीनतम कला: ऋषिपाल

जेएनएन, बिजनौर। नजीबाबाद में मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र पर तीन दिवसीय माटी कला प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। शिविर में शामिल हुए छह जनपदों के 25 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य सोमप्रकाश की देखरेख में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन मास्टर ट्रेनर ऋषिपाल सिंह ने कहा कि माटी कला भारत की प्राचीन कला है। इस कला से जुड़कर न केवल हम संस्कृति से जुड़ते हैं, बल्कि कम खर्च पर अधिक लाभ अर्जित करते हैं। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को मिट्टी के उत्पाद बनाने में बरती जाने वाली सावधानी और बारीकियां बताईं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत हस्तनिर्मित उत्पादों से जुड़े वर्ग को प्रोत्साहित कर रही है।

एमआइएस प्रबंधक आशीष कुमार, प्रजापति समाज रामपुर के जिलाध्यक्ष हरीश प्रजापति एवं केंद्र की कनिष्ठ सहायक गुंजन सिंह की उपस्थिति में प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्राचार्य सोमप्रकाश ने बताया कि केंद्र पर तीन माह का कंप्यूटर कोर्स और एक-एक माह का ब्यूटी पार्लर, सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने पांच अक्टूबर से शिविर आयोजित करने और प्रशिक्षण पाने वालों को विभाग की योजनाओं से लाभान्वित किए जाने की बात कही। इसके साथ-साथ कुशल प्रशिक्षणार्थी को मास्टर ट्रेन का अवसर पर दिया जा सकता है। ताईक्वांडो चैंपियनशिप 25 को

डिस्ट्रिक्ट बिजनौर ताईक्वांडो एसोसिएशन की ओर से 25 सितंबर को तृतीय यूपी नार्थ जोन ताईक्वांडो चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। एसोसिएशन के सचिव राजू राजपूत ने बताया कि चैंपियनशिप सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी। मुख्य अतिथि डीएम उमेश मिश्रा एवं एसपी डा.धर्मवीर सिंह होंगे।

chat bot
आपका साथी