गर्भवतियों को मिला मातृ वंदना का 'आशीर्वाद'

जनपद में गर्भवती महिलाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से लाभांवित हो रही हैं। अब तक 70201 गर्भवती महिलाएं योजना का लाभ ले चुकी हैं। योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाएं घर बैठे पोर्टल पर रजिस्टर कर सकती हैं। योजना के अंतर्गत प्रथम बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किश्तों में 5000 रुपये की धनराशि सीधे राज्य सरकार द्वारा उनके खाते में स्थानांतरित की जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 10:28 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 10:28 AM (IST)
गर्भवतियों को मिला मातृ वंदना का 'आशीर्वाद'
गर्भवतियों को मिला मातृ वंदना का 'आशीर्वाद'

जेएनएन, बिजनौर। जनपद में गर्भवती महिलाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से लाभांवित हो रही हैं। अब तक 70201 गर्भवती महिलाएं योजना का लाभ ले चुकी हैं। योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाएं घर बैठे पोर्टल पर रजिस्टर कर सकती हैं। योजना के अंतर्गत प्रथम बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किश्तों में 5000 रुपये की धनराशि सीधे राज्य सरकार द्वारा उनके खाते में स्थानांतरित की जाती है।

प्रथम बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को बेहतर खाने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत तीन किश्तों में 5000 रुपये की धनराशि सीधे राज्य सरकार स्तर से उनके खाते में स्थानांतरित की जाती है। इस योजना का लाभ आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से अथवा महिला निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निर्धारित फार्म को भरकर लाभ प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए महिला को अपना एकाउंट पासबुक, आधार कार्ड तथा अन्य संबंधित दस्तावेज जमा करने होंगे।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नोडल अधिकारी डा. प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि योजना जनवरी 2017 से चल रही है। योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा प्रथम बार गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को उचित खान पान एवं पोषण के लिए 5000 रुपये की आर्थिक सहायता तीन किश्तों में दी जाती है। किसी भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर 150 दिनों के अंदर गर्भधारण कराने का पंजीकरण कराने पर प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये, प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर द्वितीय किश्त के रूप में 2000 रुपये एवं बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने व बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तृतीय किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। जिला कार्यक्रम समन्वयक प्रशांत एस चंद व सहायक सुबोध कांत ने बताया कि योजना के शुरू होने के बाद से अभी तक 70201 महिलाएं लाभ ले चुकी है। एक अप्रैल 2021 से अब तक 3123 महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।

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