एन-95 की कीमत पर मिल रहा कपड़े से बना मास्क

अप्रैल माह के शुरू से ही कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने लगे। अब तक जिले में 11 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके है। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई वैसे वैसे ही मास्क की मांग में भी वृद्धि होने लगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:35 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:35 AM (IST)
एन-95 की कीमत पर मिल रहा कपड़े से बना मास्क
एन-95 की कीमत पर मिल रहा कपड़े से बना मास्क

बिजनौर, जेएनएन। अप्रैल माह के शुरू से ही कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने लगे। अब तक जिले में 11 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके है। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई वैसे वैसे ही मास्क की मांग में भी वृद्धि होने लगी।

जनवरी 2021 के प्रारंभिक दौर में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या में कमी होने लगी, जो मार्च माह तक जारी रही। अप्रैल माह के शुरू होते ही कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। इसका फायदा मास्क विक्रेताओं ने भी उठाना शुरू कर दिया। मांग और सप्लाई का नियम लागू होने लगा। जैसे जैसे मांग बढ़ने लगी। वैसे-वैसे मास्क की कीमतों में भी उछाल आने लगा। हालत यह हो गई की करीब एक माह पूर्व टाइमिग कम्पनी के जिस एन-95 मास्क की कीमत मात्र 40 रुपये थी, वही मास्क अब तीन गुना कीमत में भी नहीं मिल पा रहा है। चौधरी सर्जिकल के पार्टनर राजेश चौधरी बताते है कि इसका मुख्य कारण कंपनियों में लेबर की कमी होना है। लेबर की कमी होने के कारण ही मास्क की सप्लाई डिमांड के अनुरूप नहीं मिल रही।

उधर फुटकर औषधि विक्रेता की माने, तो अच्छी कंपनी का एन-95 मास्क की आन लाइन की कीमत 50 रुपये है, कितु बाजार में यह मास्क तीन गुना कीमत से भी अधिक बेचा जा रहा है। वहीं लोगों के जागरूक होने के साथ-साथ मास्क की मांग भी तेजी से बढ़ी है। मांग बढ़ने से कपड़े से बना जो मास्क 10 से 15 रुपये में बेचा जा रहा था, अब 40 रुपये में बेचा जा रहा है। यही हाल सर्जीकल मास्क का भी है। जो सर्जीकल मास्क आवाज लगाकर 10 रुपये में 13 बेचे जा रहे थे वहीं मास्क अब 10 रुपये के दो बेचे जा रहे है।

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