करवाचौथ की तैयारियों से बाजार हुए गुलजार

करवाचौथ आने में मात्र एक दिन का समय शेष है। करवाचौथ की तैयारी को लेकर बाजारों में महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। ब्यूटी पार्लरों में सजने-संवरने के लिए महिलाओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। कुछ ने सजने-संवरने के लिए रविवार का समय भी बुक करा लिया है। सबसे अधिक उत्साह उन महिलाओं में है जिनका यह पहला करवाचौथ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 08:16 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 08:16 AM (IST)
करवाचौथ की तैयारियों से बाजार हुए गुलजार
करवाचौथ की तैयारियों से बाजार हुए गुलजार

जेएनएन, बिजनौर। करवाचौथ आने में मात्र एक दिन का समय शेष है। करवाचौथ की तैयारी को लेकर बाजारों में महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। ब्यूटी पार्लरों में सजने-संवरने के लिए महिलाओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। कुछ ने सजने-संवरने के लिए रविवार का समय भी बुक करा लिया है। सबसे अधिक उत्साह उन महिलाओं में है, जिनका यह पहला करवाचौथ है।

करवाचौथ सुहागिनों का सबसे बड़ा पर्व है। महिलाएं पति के लिए सजती-संवरती हैं। नए-नए परिधान पहनती हैं। यही कारण है कि बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। महिलाएं अपनी पसंद के परिधान, सौंदर्य प्रसाधन खरीद रही हैं। सजने के लिए ब्यूटी पार्लर पहुंच रही है। पर्व को लेकर महिलाएं उत्साहित हैं। आमतौर पर महिलाएं करवाचौथ पर परंपरागत परिधान ही पसंद करती है। सबसे अधिक साड़ी और लहंगा चुन्नी की बिक्री होती है। साड़ियों की बिक्री तो कई दिन पहले हो चुकी है। रेडीमेड वस्त्र विक्रेता सुरेंद्र कुमार का कहना है कि इन दिनों महिलाएं लहंगा-चुनरी की खरीदारी कर रही हैं। कुछ महिलाएं जीन्स और टॉप भी खरीद रही हैं। ज्वेलर्स की दुकानों पर भीड़ बढ़ी

करवाचौथ पर्व को यादगार बनाने के लिए कई महिलाएं सोने आभूषण खरीदती हैं। दीपक अग्रवाल सर्राफ का कहना है कि लाकडाउन के बाद अब बाजार में रौनक आई है। कई महिलाएं सोने के आभूषण खरीद रही है। करवाचौथ पर्व पर अंगूठी, मंगलसूत्र, चेन, पाजेब, बिछुवे आदि की अधिक बिक्री है। ब्यूटी पार्लरों पर लगी कतार

मोहल्ला खत्रियान में श्री ब्यूटी पार्लर चला रही राधिका खन्ना बताती हैं कि कई दिन पहले से ही फेशियल, वैक्सिन, बिलीच, मैनिकेयर, पैडिकेयर, हेयर स्पा, लेजर हेयर कटिग, स्टैप कटिग, अरेबिक एवं फूल मेहंदी कराने आने वाली महिलाओं की कई दिन पहले से ही आने का क्रम शुरू हो जाता है। कई महिलाओं ने करवाचौथ के लिए कई दिन पहले से ही समय बुक करा रखा है। मेहंदी लगाने के लिए उन्होंने दो सहायिकाओं को रखा हुआ है। संस्थान में होगी सामूहिक कथा

आमतौर पर महिलाएं परिवार की महिलाओं के साथ ही करवाचौथ की कथा सुनती है, लेकिन सामाजिक संस्था अग्रवाल प्रशिक्षण की संचालिका सविता अग्रवाल का कहना है कि अन्य वर्षों की भांति इस बार भी उनके संस्थान में सामूहिक कार्यक्रम एवं कथा का आयोजन किया जाएगा। पत्नी के साथ रखते हैं व्रत

पिछले कुछ वर्षों से पत्नी के साथ ही पतियों ने भी करवाचौथ रखना शुरू कर दिया है। यह प्रचलन युवाओं में अधिक हैं। नई बस्ती निवासी राजीव कुमार का कहना है कि महिलाएं हमारी लंबी आयु के लिए व्रत रखती है, यह उनका त्याग है। वह भी पिछले कई वर्षों से पत्नी के साथ ही पूरे नियम एवं श्रद्धापूर्वक करवाचौथ का व्रत रख रहे हैं। 34 वर्ष से मना रहे हैं पर्व

राजेश कुमार एवं उनकी पत्नी गौरी का कहना है कि जब हमारी शादी हुई थी, उन दिनों करवाचौथ का व्रत रखा जाता था। गौरी बताती है कि पार्लर में जाने का प्रचलन बेहद कम था। घर में ही श्रंगार करती थीं, मेहंदी लगाती थीं। नए कपड़े पहने जाते थे। समय बदलने के साथ ही करवाचौथ का रंग भी बदला है, लेकिन वह पहले की तरह ही करवाचौथ की तैयारी करेंगी।

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