गंदे नाले में तब्दील होने लगी मालन नदी
नजीबाबाद नगर के जल निकासी के नालों द्वारा पालीथिन युक्त कूड़ा मालन नदी में गिर रहा है। लोग भी जाने-अनजाने में कूड़ा डालकर इसके जल को प्रदूषित कर रहे हैं। ऐसे में मालन नदी गंदे नाले में तब्दील होने लगी है।
बिजनौर, जेएनएन। नजीबाबाद नगर के जल निकासी के नालों द्वारा पालीथिन युक्त कूड़ा मालन नदी में गिर रहा है। लोग भी जाने-अनजाने में कूड़ा डालकर इसके जल को प्रदूषित कर रहे हैं। ऐसे में मालन नदी गंदे नाले में तब्दील होने लगी है।
उत्तराखंड कोटद्वार के पर्वतीय क्षेत्र से आने वाली मालन नदी नगर के समीप से होकर गुजरती है। क्षेत्र के किसान मालन नदी के जल से फसलों की सिचाई करते हैं। मालन की वजह से यहां के खेतों में वर्षभर फसलें लहलहाती हैं। पशु-पक्षी भी मालन नदी के जल से अपनी प्यास बुझाते हैं। बरसात के बाद नदी का जलस्तर घटने पर धीरे-धीरे मालन नदी का स्वरूप भी छोटा होने लगता है। कई स्थानों पर मालन नदी में नगर और गांव के जल निकासी नाले गिरते हैं। जिसमें पालीथिन युक्त कूड़ा भी शामिल होता है। इससे मालन नदी दिन-प्रति-दिन बीमार हो रही है। हालांकि कई बार स्वयं सेवी संगठनों ने मालन नदी को स्वच्छ रखने के लिए सफाई अभियान चलाया। नागरिकों के श्रमदान से मालन नदी स्वच्छ भी हुई, लेकिन पालीथिन युक्त कूड़े से प्रदूषित पानी पशु-पक्षियों के लिए खतरा बना है। वहीं, किसानों को फसलों की सिचाई करने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों ने प्रशासन से मालन नदी में पालीथिन युक्त कूड़ा डाले जाने पर रोक लगाने की मांग की है।
-इनका कहना है::
मालन नदी में पालीथिन युक्त कूड़े को रोकने के लिए प्रशासन शीघ्र कारगर कदम उठाएगा। जल्द ही मालन नदी क्षेत्र में सफाई अभियान भी चलाया जाएगा।
- राधेश्याम शर्मा, तहसीलदार नजीबाबाद