महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई

चांदपुर स्थित लाला प्यारे लाल सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में महर्षि वाल्मीकि जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आलोक मदान व प्रधानाचार्य सतेंद्र सिंह ने वाल्मीकि के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलित कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:39 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 10:39 PM (IST)
महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई
महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई

जेएनएन, बिजनौर। चांदपुर स्थित लाला प्यारे लाल सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में महर्षि वाल्मीकि जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आलोक मदान व प्रधानाचार्य सतेंद्र सिंह ने वाल्मीकि के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलित कर किया। मनी सिंह, कनिका, श्रीयांशी गर्ग, भूमिका, वैष्णवी शर्मा, रीतिका ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। आचार्य राजेंद्र शर्मा ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने राम शब्द के स्थान पर मरा शब्द का जाप किया और महर्षि बन गए और रामायण जैसे ग्रंथ की रचना की। साथ ही समाज को एक नई दिशा दी। वहीं, प्रधानाचार्य ने बच्चों से वाल्मीकि के आदर्शों को अपनाने पर जोर दिया। इस अवसर पर रामबहादुर शर्मा, धर्मवीर सिंह, गेंदा सिंह, सुभाष कुमार आदि ने विचार रखे।

वाल्मीकि मंदिर में स्थापित की अखंड ज्योत

महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में पदयात्रा निकालकर हरिद्वार से लाई गई अखंड ज्योत मोहल्ला मकबरा स्थित वाल्मीकि मंदिर में स्थापित की गई।

मोहल्ला मकबरा वाल्मीकि समाज के प्रधान जयपाल झंझोटा के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज के श्रद्धालु रेलवे स्टेशन मंदिर पर एकत्र हुए। यहां से हरिद्वार से लाई गई अखंड ज्योत के साथ पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा विभिन्न मार्गों से होकर मोहल्ला मकबरा स्थित वाल्मीकि मंदिर पहुंची। मंदिर में अखंड ज्योत स्थापित करने के साथ मंदिर के पुजारी संजय बागड़ी की देखरेख में आरती एवं प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में जौनी चैनवाल, प्रीतम घाघट, अरुण कुमार, नोरतू घाघट समेत कई श्रद्धालु शामिल रहे। जौनी चैनवाल ने बताया कि बुधवार सुबह जागरण के समापन पर हवन-पूजन होगा और शाम को भगवान वाल्मीकि प्रकटोत्सव पर शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में झांकियां और अखाड़ा शामिल होगा।

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