बैराज घाट पर अंतिम संस्कार को लगी लाइन

कोरोना संक्रमण काल में पिछले कई दिनों से अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे शवों की संख्या बढ़ रही है। पिछले दो दिन से शवों के अंतिम संस्कार के लिए पीड़ित परिवार को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। इसका कारण हरिद्वार (उत्तराखंड) में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध माना जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:33 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:33 PM (IST)
बैराज घाट पर अंतिम संस्कार को लगी लाइन
बैराज घाट पर अंतिम संस्कार को लगी लाइन

बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में पिछले कई दिनों से अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे शवों की संख्या बढ़ रही है। पिछले दो दिन से शवों के अंतिम संस्कार के लिए पीड़ित परिवार को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। इसका कारण हरिद्वार (उत्तराखंड) में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध माना जा रहा है।

बिजनौर जनपद के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से अंतिम संस्कार के लिए बैराज गंगा घाट पर लाए जाते हैं, कितु कोरोना संक्रमण काल में बिजनौर के अलावा जिले की सीमा से सटे दूसरे जिलों के कस्बों के शव भी बैराज गंगा घाट पर लाए जा रहे हैं। गुरुवार को बैराज गंगा घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए लेकर आने वालों की लाइन लगी हुई थी, जबकि शुक्रवार को गुरुवार के मुकाबले बैराज गंगा घाट पर अंतिम संस्कार के लिए कम शव आए। सूत्रों की माने, तो बैराज गंगा घाट पर एक बार में 15 से 20 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। प्रत्येक एक घंटे पांच से 10 शव पहुंच रहे है। एक शव का संस्कार होने के बाद तत्काल उसी स्थान पर दूसरे शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। लोगों को कई-कई घंटे शव के अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। बताते है कि नजीबाबाद और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग शवों को अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाते थे, कितु हरिद्वार (उत्तराखंड) में कोरोना वायरस संक्रमण पर अंकुश लगाने के लाकडाउन लगा होने की वजह से रोक लगी हुई है, इसलिए नजीबाबाद और आसपास के लोग शवों के अंतिम संस्कार के लिए बिजनौर गंगा घाट पर पहुंच रहे है। इस वजह से बैराज गंगा घाट पर अंतिम संस्कार के लिए शवों की लाइन लगी हुई थी।

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