यात्री देव तुल्य, इनका सम्मान करें: कटारिया

बिजनौरजेएनएन। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया ने शनिवार सुबह कालागढ़ रोड पर रोडवेज बसों को रुकवाकर चेकिग की। एक बस में चालक-परिचालक को बेवर्दी देख नाराजगी जताई और बसों में सफाई रखने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने यात्रियों से बातचीत कर चालक-परिचालकों के व्यवहार ड्राइविंग आदि के बारे में पूछा। चालक-परिचालकों को हिदायत दी कि यात्री देव तुल्य होते हैं। उनके साथ अछा व्यवहार करें और कोई असुविधा न होने दें।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 10:12 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 10:12 PM (IST)
यात्री देव तुल्य, इनका सम्मान करें: कटारिया
यात्री देव तुल्य, इनका सम्मान करें: कटारिया

यात्री देव तुल्य, इनका सम्मान करें: कटारिया

बिजनौर,जेएनएन। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया ने शनिवार सुबह कालागढ़ रोड पर रोडवेज बसों को रुकवाकर चेकिग की। एक बस में चालक-परिचालक को बेवर्दी देख नाराजगी जताई और बसों में सफाई रखने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने यात्रियों से बातचीत कर चालक-परिचालकों के व्यवहार, ड्राइविंग आदि के बारे में पूछा। चालक-परिचालकों को हिदायत दी कि यात्री देव तुल्य होते हैं। उनके साथ अच्छा व्यवहार करें और कोई असुविधा न होने दें।

परिवहन राज्यमंत्री अशोक कटारिया शुक्रवार रात धामपुर में रानीबाग कॉलोनी स्थित अपने आवास पर पहुंचे। शनिवार सुबह वह दो-तीन समर्थकों के साथ बिना सरकारी अमले के निकले। शहर में खारी कुआं, महल सराय, भगत सिंह चौक और शुगर मिल आदि पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर कालागढ़ रोड पहुंचे। यहां उन्होंने हथकरघा भवन के पास मुरादाबाद डिपो की रोडवेज बस को रुकवाया। चालक-परिचालक के यूनिफार्म में नहीं होने पर नाराजगी जताई और वर्दी पहनने को कहा। इसके बाद आरएसएम तिराहे के पास धामपुर और रुहेलखंड डिपो की बसें रुकवाईं। इनके चालक-परिचालकों ने गंदी यूनिफॉर्म पहनी थी। परिवहन मंत्री ने वर्दी और बस को साफ रखने के निर्देश दिए। एक यात्री ने मंत्री से बसों में लिखे अधिकारियों के सरकारी फोन नंबर चालू नहीं होने की शिकायत की। इनसेट

मंत्री बैठे रहे, थानेदार

फोन पर बतियाते रहे

भ्रमण के दौरान परिवहन मंत्री अचानक थाने पहुंच गए। उन्होंने बाइक चोरी होने की बात बताते हुए एफआइआर दर्ज करने का आग्रह किया। वह कोतवाल अरविद मोहन शर्मा के कार्यालय में उनके सामने बैठ गए, लेकिन ट्रैक सूट और टोपी पहने होने के कारण कोतवाल उन्हें नहीं पहचान सके और फोन पर बात करते रहे। इसी बीच मंत्री के एक समर्थक ने कोतवाल को हकीकत बताई तो वह सीट से उठे और अभिवादन किया। अशोक कटारिया ने थाने की व्यवस्था, पीड़ितों की एफआइआर आदि के बारे में जानकारी ली।

chat bot
आपका साथी