रपटों पर चल रहे कई-कई फुट पानी से गुजरते हैं ग्रामीण

जनपद से गुजरने वाली गंगा और उसकी सहयोगी नदियों पर बने रपटों पर बरसात के मौसम में कई-कई फुट पानी बहता है। यही वजह है कि ग्रामीण जान जोखिम में डालकर बरसाती नदी पार करते हैं। इन नदियों में डूबने से कई लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार ग्रामीणों से उफनती नदियों से दूर रहने की अपील कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:51 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:51 PM (IST)
रपटों पर चल रहे कई-कई फुट पानी से गुजरते हैं ग्रामीण
रपटों पर चल रहे कई-कई फुट पानी से गुजरते हैं ग्रामीण

बिजनौर, जेएनएन। जनपद से गुजरने वाली गंगा और उसकी सहयोगी नदियों पर बने रपटों पर बरसात के मौसम में कई-कई फुट पानी बहता है। यही वजह है कि ग्रामीण जान जोखिम में डालकर बरसाती नदी पार करते हैं। इन नदियों में डूबने से कई लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार ग्रामीणों से उफनती नदियों से दूर रहने की अपील कर रहे हैं।

जनपद से गंगा, कोटावाली, रवासन, सूखा, गूला, नकटा, पहाडा, खो,रवासन समेत कई नदियां गुजरती है। इन नदियों में गंगा नदी में पूरे साल जल प्रवाहित रहता है, जबकि अन्य नदियों में प्रत्येक साल बरसात के मौसम में उफान आता है। जून माह में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हुई झमाझम बारिश से गंगा और उसकी इन नदियों में उफान आ गया है। गंगा में आए उफान से पूर्व ही डैबलगढ़-शुकतीर्थ के बीच बना पैंटून पुल हटा दिया गया। वहीं कटान रोकने के लिए मंडावर क्षेत्र में अस्थाई स्टड बनाने का काम भी चल रहा है। धामपुर क्षेत्र के ग्राम हरेवली के भगौता में बेगा नदी पर कुआंखेड़ा को जाने वाले रास्ते पर बने रपटे पर बरसात में कई-कई फुट पानी बहता है। नहटौर में भी गांगन नदी पर गांव जसमौरा में रपटा तो बनवा दिया गया, कितु बरसात में रपटे पर अत्याधिक पानी चलने की वजह से इस रास्ता खतरनाक हो जाता है। गांव माधोवाला टांडा-नारायणपुर मार्ग पर धारा नदी पर बना रपटे पर बरसात के मौसम में लोगों की आवाजाही खतरनाक है। पिछले दो साल में बरसात के मौसम में इन रपटों पर आवाजाही के दौरान कई लोगों की जान जा चुकी, वहीं एसडीआरएफ के जवान कई लोगों की जान बचा चुके है। इन्होंने कहा

सदन में कई बार गंगा और उसकी सहयोगी नदियों पर बने रपटों के स्थान पर पुल और कटान रोकने के लिए स्थाई तटबंध बनाए जाने का मुद्दा उठा चुके हैं, कितु कोई समाधान जवाब नहीं मिला है।

-मलूक नागर, सांसद गंगा नदी पर कटान रोकने के लिए 66 करोड़ की कार्ययोजना मंजूर हो चुकी है। वहीं बालावाली क्षेत्र में गंगा नदी पर पुल निर्माण का काम अंतिम चरण में है।

-सूचि चौधरी, विधायक सदर

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