बिजनौर में बनेगी कोविड की जांच के लिए लैब

कोरोना संक्रमितों के मिलने का क्रम जारी है। पिछले कई दिनों से करीब दो सौ मरीज मिल रहे है। जिले में हाल बेहाल है। प्रतिदिन करीब दो हजार लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाते हैं। मेरठ से आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आने में पूरे तीन दिन का समय लग जाता है। अब आरटीपीसीआर की जांच के लिए जिले में ही लैब बनायी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:32 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:32 PM (IST)
बिजनौर में बनेगी कोविड की जांच के लिए लैब
बिजनौर में बनेगी कोविड की जांच के लिए लैब

जेएनएन, बिजनौर। कोरोना संक्रमितों के मिलने का क्रम जारी है। पिछले कई दिनों से करीब दो सौ मरीज मिल रहे है। जिले में हाल बेहाल है। प्रतिदिन करीब दो हजार लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाते हैं। मेरठ से आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आने में पूरे तीन दिन का समय लग जाता है। अब आरटीपीसीआर की जांच के लिए जिले में ही लैब बनायी जाएगी। लैब जल्दी ही काम भी शुरू कर देगी।

कोरोना ने महामारी का रूप ले लिया है। लगातार संक्रमित मिल रहे हैं। अधिकांश लोग चाहते है कि उनकी जांच आरटीपीसीआर से ही हो। वहीं, कई कार्यालयों में भी आरटीपीसीआर से ही कोविड-19 की जांच को माना जाता है। प्रतिदिन करीब दो हजार लोगों के सैंपल जांच को मेरठ भेजे जाते हैं। मेरठ लैब से जांच रिपोर्ट आने में कम से कम तीन दिन का समय लगता है। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने तक लोग परेशान रहते हैं। इस दौरान उन्हें नहीं पता होता कि वह निगेटिव है अथवा पाजिटिव। ऐसे स्थिति में वह लोगों से मिलते है। इनमें से यदि कोई पाजिटिव हुआ तो वह रिपोर्ट आने तक कई को संक्रमित कर चुका होता है।

सीएमओ डा. विजय कुमार यादव ने बताया कि लोगों की समस्या का जल्द ही समाधान होने वाला है। अब जिला अस्पताल में बने एल-1 अस्पताल में कोरोना के संभावित रोगियों की आरटीपीसीआर के लिए लैब बनायी जाएगी। लैब के लिए स्थान चयनित कर लिया गया है। लैब बनाने का काम शुरू करा दिया गया। उम्मीद है कि 15 दिनों के भीतर लैब जांच करनी शुरू कर देगी।

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