अनदेखी से सूख गया जोहड़ी वाला तालाब
नूरपुर क्षेत्र में तालाबों का अस्तित्व लगातार खत्म होता जा रहा है। इसके लिए आम जन तो जिम्मेदार हैं ही साथ ही अधिकारियों की अनदेखी भी मुख्य वजह है। पालिका क्षेत्र के मोहल्ला रविदास नगर स्थित वर्षों पुराना तालाब का आज यही हाल है। न तो उसमें पानी है और न ही वहां तालाब जैसा कुछ नजर आता है। यदि समय रहते इसके सुंदरीकरण और जल संचयन पर ध्यान दिया जाता तो नजारा कुछ और ही होता।
बिजनौर, जेएनएन। नूरपुर क्षेत्र में तालाबों का अस्तित्व लगातार खत्म होता जा रहा है। इसके लिए आम जन तो जिम्मेदार हैं ही, साथ ही अधिकारियों की अनदेखी भी मुख्य वजह है। पालिका क्षेत्र के मोहल्ला रविदास नगर स्थित वर्षों पुराना तालाब का आज यही हाल है। न तो उसमें पानी है और न ही वहां तालाब जैसा कुछ नजर आता है। यदि समय रहते इसके सुंदरीकरण और जल संचयन पर ध्यान दिया जाता तो नजारा कुछ और ही होता।
नगर पालिका क्षेत्र के मोहल्ला रविदास नगर में बूझड़ी जोहड़ी के नाम से वर्षो पुराना तालाब है। कागजों में इसका रकबा 0.89 हेक्टेयर है, लेकिन आज यह तालाब सिर्फ कागजों में दर्ज होकर रह गया है। तालाब के चारो ओर अवैध कब्जा हो चुका है और उसमें पानी तक नहीं हैं। बुजुर्ग बताते हैं कि एक समय था जब मोहल्ले के लोग इस तालाब पर आश्रित रहते थे। आम लोगों के अलावा पशुओं के लिए यह बहुत उपयोगी था, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।
तत्कालीन अधिशासी अधिकारी अब्दुल सबूर द्वारा पालिका बोर्ड में प्रस्ताव पारित कर तालाब के सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया। शासन की ओर से स्वीकृति मिलने पर करीब चार माह पहले उक्त तालाब के सुंदरीकरण का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन शुरुआत के दूसरे दिन ही उक्त कार्य रोक दिया गया। अब तालाब की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। इस संबंध में पालिका के निर्माण लिपिक वीर सिंह का कहना है कि कोरोना काल में बजट के अभाव में तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य रुका हुआ है। बजट आने पर कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा।