बंद मकान से लाखों रुपये के जेवर और सामान चुराए

सर्दी पड़ने से पहले ही चोर बंद मकानों को निशाना बनाने लगे हैं। मंगलवार की रात चोरों ने बंद मकान का ताला तोड़कर वहां से जेवरात और अन्य सामान साफ कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 07:53 PM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 07:53 PM (IST)
बंद मकान से लाखों रुपये के जेवर और सामान चुराए
बंद मकान से लाखों रुपये के जेवर और सामान चुराए

बिजनौर, जेएनएन। सर्दी पड़ने से पहले ही चोर बंद मकानों को निशाना बनाने लगे हैं। मंगलवार की रात चोर मोहल्ला कटारमल स्थित बंद मकान में घुस गए। चोरों ने मकान से लाखों की कीमत के सोने चांदी के जेवर व कीमती सामान चोरी कर लिया।

मोहल्ला कटारमल में स्व. शमीम अहमद का मकान है। मकान में उनके पुत्र सलीम, जावेद व परवेज अपने पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं। मंगलवार को मकान का ताला लगाकर तीनों अपने परिवारों के साथ दिल्ली रिश्तेदारी में गए थे। रात्रि में किसी समय चोरों ने मकान बंद होने का फायदा उठाकर ताला तोड़ा और 12 तोले सोने व 250 ग्राम चांदी के जेवर चुरा लिए। अन्य सामान भी चोरी कर लिया। पड़ोस के लोगों ने जब मकान का ताला टूटा हुआ देखा तो इसकी जानकारी उन्होंने तीनों भाइयों को दी। दोपहर बाद वे घर लौटे और मकान से गायब सामान की जांच की। पुलिस भी वहां पहुंची और मुआयना किया। चोरी से तीनों भाइयों को करीब छह लाख का नुकसान बताया जा रहा है।एक दिन पूर्व ही चोरों ने मोहल्ला काजीसराय स्थित एक मकान को निशाना बनाया था।

ई रिक्शा पलटी, बच्चे घायल

संवाद सूत्र, हीमपुर दीपा: गांव उलेढ़ा-फतेहपुर कलां मार्ग पर बुधवार को स्कूली बच्चों की ई-रिक्शा पलट गई। उसमें सवार सात बच्चे ई-रिक्शा के नीचे दब गए। राहगीरों की मदद से उन्हें निकाला गया। दो बच्चे घायल हो गए और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बुधवार को सुबह क्षेत्र के गांव मंडौरा जट से स्कूली बच्चे ई-रिक्शा से गांव झाल-उलेढ़ा के सरदार वल्लभभाई पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने के लिए जा रहे थे। उलेढ़ा पहुंचने पर पानी से लबालब मार्ग पर ई-रिक्शा पलट गई। उसके नीचे सभी स्कूली बच्चे दब गए।

घायल पीयूष पुत्र संजय तथा छवि पुत्री संजय को उपचार के लिए एक निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। गांव उलेढ़ा निवासी डा. नरेश पाल सिंह, चंद्रशेखर, महाराज सिंह, संग्राम सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी का यह मार्ग दो वर्ष पूर्व बना था। यहां प्रशासनिक अनदेखी के चलते जगह-जगह गड्ढे होने और पानी की निकासी न होने से राहगीरों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक यहां कई घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी से प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की है।

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