सहफसली खेती का किया निरीक्षण

धामपुर में स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार की गई सहफसली नर्सरी प्लाट का रविवार को ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने निरीक्षण किया। इस दौरान किसानों को सहफसली खेती और स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार नर्सरी को लगाने को जागरुक किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:09 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 06:09 PM (IST)
सहफसली खेती का किया निरीक्षण
सहफसली खेती का किया निरीक्षण

बिजनौर, टीम जागरण। धामपुर में स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार की गई सहफसली नर्सरी प्लाट का रविवार को ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने निरीक्षण किया। इस दौरान किसानों को सहफसली खेती और स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार नर्सरी को लगाने को जागरुक किया गया।

चेतना महिला स्वयं सहायता समूह गांव नौरंगाबाद द्वारा नर्सरी में सहफसली खेती की पौध तैयार की गई हैं। रविवार को ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अमित कुमार पांडेय ने गांव दित्तनपुर व नौरंगाबाद में प्लाट का निरीक्षण किया, जिसमें नर्सरी में तैयार सहफसली पौधों को प्लाट में लगाने की व्यवस्था देखी। उन्होंने बताया कि कृषक गोविद सिंह के प्लाट में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत सहफसली प्रदर्शन प्लाट की स्थापना की गई है। लगभग छह हेक्टेयर प्लाट में गन्ना प्रजाति सीओ-15023, 0238, 0118 सहित सहफसली फसल सरसों की पौध लगाई गई हैं।

ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अमित पांडेय ने बताया कि गन्ना विकास परिषद धामपुर द्वारा स्वयं सहायता समूह के द्वारा गन्ने की सिंगल बड एवं बड चिप विधि से पौध तैयार कर किसानों को वितरित की जा रही है। यह पौध लगाने वाले किसानों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत सहफसली प्रदर्शन प्लाट की स्थापना में सहायता मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत महिला समूह को सिगल बड विधि से उत्पादित पौध पर 1.30 रुपये एवं बड चिप विधि पर 1.50 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। साथ ही सहफसली खेती अपनाने वाले किसानों को भी कई योजना का लाभ मिलेगा। सहफसली खेती से उनका उत्पादन भी बढ़ेगा। उत्पादन बढ़ने से इसका लाभ सीधे किसानों को मिलेगा।

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