नौवें दिन दी उत्तम अकिचन धर्म की जानकारी
धामपुर नगर के मोहल्ला गुजरतियान स्थित श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दशलक्षण पर्व के नौवें दिन उत्तम अकिचन धर्म के बारे में बताया गया। पुजारी ने कहा कि अकिचन धर्म आत्मा की उस दशा का नाम है जहां पर बाहरी सब छूट जाता है। कितु आंतरिक संकल्प विकल्पों की परिणति को भी विश्राम मिल जाता है।
जेएनएन, बिजनौर। धामपुर नगर के मोहल्ला गुजरतियान स्थित श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दशलक्षण पर्व के नौवें दिन उत्तम अकिचन धर्म के बारे में बताया गया। पुजारी ने कहा कि अकिचन धर्म आत्मा की उस दशा का नाम है, जहां पर बाहरी सब छूट जाता है। कितु आंतरिक संकल्प, विकल्पों की परिणति को भी विश्राम मिल जाता है। बाहरी परित्याग के बाद भी मन में मैं और मेरे पन का भाव निरंतर चलता रहता है। इस अवसर पर जिनालयों में श्रीजी का कलशाभिषेक, शांतिधारा, पर्व पूजन, संगीतमय नित्यमह पूजन, आरती, शास्त्र प्रवचन आदि आयोजित किए गए। संगठित रहकर समाजसेवा में योगदान दें युवा
विश्वकर्मा सेवादल विवेक नगर की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के लोगों से एकजुट रहने का आह्वान किया गया। वहीं, एकता के साथ समाज को बनाने पर बल दिया गया। इस अवसर पर नई कार्यकारिणी का भी गठन किया गया।
मोहल्ला विवेक नगर में सेवादल की बैठक आयोजित हुई। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोग अपनी अलग पहचान रखते हैं। युवाओं को आगे आकर समाज व देश की सेवा में तत्पर रहना होगा। समाज में फैली कुरीतियों को त्यागकर एकजुट रहने और लोगों को आगे आने का आह्वान किया गया। वक्ताओं ने सरकार से आह्वान किया कि वह विश्वकर्मा समाज के लिए कुछ अलग करे। इस अवसर पर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें राजेंद्र कुमार धीमान, जय प्रकाश धीमान व छोटे लाल धीमान को संरक्षक, सुभाष चंद विश्वकर्मा को अध्यक्ष, विपिन विश्वकर्मा को उपाध्यक्ष, नमित धीमान को कनिष्क उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। वहीं, विपिन धीमान को महासचिव, राजीव धीमान को कोषाध्यक्ष, जितेंद्र कुमार को संगठन मंत्री, दिनेश धीमान को व्यवस्था मंत्री, दिनेश विश्वकर्मा को प्रचार मंत्री, देवदत्त धीमान को सचिव व सुनील कुमार धीमान को संचालक मंत्री बनाया गया।