प्रतिरक्षण अधिकारी और पीएचसी प्रभारी में विवाद, मोबाइल तोड़ा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना के प्रतिरक्षण अधिकारी व कोविड-19 वैक्सीनेशन का कार्य संभाल रहे अमित खेड़ा और कोतवाली देहात के पीएचसी प्रभारी डा. प्रमोद में विवाद हो गया। इस दौरान सीएचसी में जमकर हंगामा हुआ। प्रतिरक्षण अधिकारी का आरोप है कि पीएचसी प्रभारी ने अभद्रता करते हुए उनका मोबाइल तोड़ दिया। मामला सीएमओ के दरबार में पहुंच गया है। सीएमओ ने जांच सौंपी है।
जेएनएन, बिजनौर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना के प्रतिरक्षण अधिकारी व कोविड-19 वैक्सीनेशन का कार्य संभाल रहे अमित खेड़ा और कोतवाली देहात के पीएचसी प्रभारी डा. प्रमोद में विवाद हो गया। इस दौरान सीएचसी में जमकर हंगामा हुआ। प्रतिरक्षण अधिकारी का आरोप है कि पीएचसी प्रभारी ने अभद्रता करते हुए उनका मोबाइल तोड़ दिया। मामला सीएमओ के दरबार में पहुंच गया है। सीएमओ ने जांच सौंपी है।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर नगीना सीएचसी की एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में प्रतिरक्षण अधिकारी एवं वर्तमान में सीएचसी नगीना के कोविड वैक्सीनेशन का कार्य देख रहे अमित खेड़ा और कोतवाली देहात के पीएचसी प्रभारी प्रमोद देशवाल में विवाद हो रहा है। डा. अमित ने बताया कि ने गुरुवार दोपहर को जब वह कोविड वैक्सीनेशन का कार्य करा रहे थे। तभी कोतवाली देहात के पीएचसी प्रभारी एक युवक के साथ उनके पास आए। युवक को दिहाड़ी पर रखकर प्रतिदिन 300 रुपये देने के लिए कहने लगे। अमित का आरोप है कि ऐसा करने से मना करने पर डा. प्रमोद ने उनके साथ अभद्रता करते हुए बदसलूकी की। उनका मोबाइल तोड़ दिया। इस दौरान जमकर नोकझोंक और हंगामा हुआ। इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत की है। उधर, डा. प्रमोद सिंह का कहना है कि सीएमओ आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए भेजा था। उनके ओर से कोई बदसलूकी नहीं की है। आरोप निराधार है। इनका कहना है
यह मामला जानकारी में आया है। दोनों डाक्टरों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ है। जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
डा. विजय कुमार यादव, सीएमओ