वसूली में सहयोग करें, तो लगेंगे विकास को पंख

यदि वसूली में आम जनता सहयोग करे तो शहर के विकास को पंख लगने तय हैं। स्वकर निर्धारण प्रकिया को पटरी पर लाने के लिए पालिका प्रशासन ने शहर के सभी 25 वार्डों में सर्वे का काम शुरू करा दिया है ताकि सुनवाई के दौरान आसानी हो। इसके अलावा स्वकर निर्धारण के बाद टैक्सों का बढ़ना तय माना जा रहा है। इससे पालिका की आय में वृद्धि होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:09 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 11:09 AM (IST)
वसूली में सहयोग करें, तो लगेंगे विकास को पंख
वसूली में सहयोग करें, तो लगेंगे विकास को पंख

जेएनएन, बिजनौर। यदि वसूली में आम जनता सहयोग करे तो शहर के विकास को पंख लगने तय हैं। स्वकर निर्धारण प्रकिया को पटरी पर लाने के लिए पालिका प्रशासन ने शहर के सभी 25 वार्डों में सर्वे का काम शुरू करा दिया है, ताकि सुनवाई के दौरान आसानी हो। इसके अलावा स्वकर निर्धारण के बाद टैक्सों का बढ़ना तय माना जा रहा है। इससे पालिका की आय में वृद्धि होगी। चुनावी साल होने की वजह से निकायों की राजनीति कर रहे राजनीतिज्ञ टैक्स कम कराने के प्रयास कर रहे हैं। कई गुना की गई टैक्स में वृद्धि

पांच साल पहले हुए स्वकर निर्धारण के दौरान हाउस एवं वाटर टैक्स में नौ फीसदी समेत कई अन्य मदों में जबरदस्त वृद्धि कर पालिका की आय बढ़ाने का काम किया गया था, कितु सुनवाई के दौरान 20 से 30 फीसदी मकान मालिकों को 15 से 20 फीसदी छूट दे दी गई। इसके अलावा पालिका की ओर से बिल जारी किए जाने के बावजूद लोग स्वत: टैक्स जमा करने नहीं पहुंचते। कई बार टैक्स वसूली के लिए पालिका प्रत्येक वर्ष सैकड़ों लोगों को नोटिस जारी करती है। इस साल भी करीब 20 ऐसे बकाएदारों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने बिल मिलने के बावजूद टैक्स जमा नहीं किया। इनका कहना है: इस साल स्वकर निर्धारण के लिए सर्वे का काम शुरू करा दिया गया है। टैक्स वसूली में तेजी लाने के लिए नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। इसके अलावा पालिका की आय बढ़ाने को स्ट्रीट वेंडर्स के पंजीकरण करने का काम भी किया जा रहा है।

-मनोज कुमार, अधिशासी अधिकारी। ----------- पालिका की आय बढ़ाने के लिए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर आवासीय क्षेत्रों से कई गुना हाउस टैक्स आरोपित किया गया है। वहीं नए परिसीमन में मिले सात गांवों में हाउस एवं वाटर टैक्स आरोपित किए जाने के लिए सर्वे कराने को राजस्व विभाग के अफसरों से वार्ता की जा रही है।

-रुखसाना परवीन, चेयरपर्सन।

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निकायों को मिलने वाला बजट शहरी क्षेत्रों में विकास के लिए पर्याप्त नहीं है। टैक्स की धनराशि पालिका क्षेत्र में जनता के विकास कार्यों पर खर्च होती है। वहीं बढ़ती महंगाई के दौर में सरकार को चाहिए कि निकायों के विकास को जारी बजट में वृद्धि करे। आम जनता पर भी अनावश्यक दबाव डालना उचित नहीं है।

-मलूक नागर, सांसद बिजनौर। ------------ लोगों को चाहिए कि वह कर निर्धारण के साथ-साथ समय पर टैक्स जमा करके पालिका प्रशासन का सहयोग करें। वहीं लोगों को स्वकर प्रणाली की महत्ता को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया जाना चाहिए।

-उमेश मिश्रा, डीएम। -----------------

आबादी------एक लाख

वार्ड----------25

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स्वकर प्रणाली लागू होने से टैक्स में वृद्धि

हाउस टैक्स पहले--------अब

114 रुपये-------------954 रुपये

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नाम परिवर्तन टैक्स पहले -------- अब

आठ रुपये----- 400 रुपये

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नकल फीस

पहले --------अब

पांच रुपये----50 रुपये

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बिल वितरण- 28 वार्डों

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व्यवसायिक भवनों पर टैक्स

आवासीय भवन से 14 गुना अतिरिक्त

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स्ट्रीट वेंडर्स के पंजीकरण- 1916

पंजीकरण शुल्क- 150 रुपये प्रति स्ट्रीट वेंडर्स

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वसूली को नोटिस- 15

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