मच्छरदानी से युक्त होंगे अस्पतालों के बेड

कोरोना की रफ्तार भले ही धीमी गई हो लेकिन मलेरिया व डेंगू का भय लोगों को बुरी तरह सता रहा है। यही नहीं लोगों की सेहत पर प्रभाव डाल रहा है। संक्रमित रोगियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार सतर्कता बरत रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 04:33 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 04:33 AM (IST)
मच्छरदानी से युक्त होंगे अस्पतालों के बेड
मच्छरदानी से युक्त होंगे अस्पतालों के बेड

जेएनएन, बिजनौर। कोरोना की रफ्तार भले ही धीमी गई हो, लेकिन मलेरिया व डेंगू का भय लोगों को बुरी तरह सता रहा है। यही नहीं लोगों की सेहत पर प्रभाव डाल रहा है। संक्रमित रोगियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार सतर्कता बरत रहा है। बुखार व मलेरिया आदि संक्रमित मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए सीएचसी में विशेष वार्ड बनाए जा रहे हैं। दवाइयों की उपलब्धता के साथ-साथ मच्छरों से बचाव के लिए सरकारी अस्पताल में मच्छरदानी युक्त बेड तैयार किए जा रहे हैं।

कोरोना के प्रकोप के बाद अब संक्रामक रोगों से बचाव व संचारी रोग नियंत्रण के लिए सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ने लगी हैं। विशेषकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर आक्सीजन व दवाइयों की उपलब्धता पर जोर दिया जा रहा है। भले ही एक तरफ कोरोना की रफ़्तार धीमी हुई हो, लेकिन दिन प्रतिदिन डेंगू व मलेरिया का संक्रमण बढ़ने को लेकर लोग भयभीत हैं। तेज बुखार के साथ मलेरिया व डेंगू के मामले आए दिन के सामने आ रहे हैं। हालांकि, अभी स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षेत्र में डेंगू संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि नहीं है। इन परिस्थितियों के देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है। अब तक कोरोना से दो-दो हाथ कर रहे स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया व डेंगू की रोकथाम के लिए जहां विशेष सर्वे कराया जा रहा है, वहीं पीएचसी और सीएचसी पर भी अधिक से अधिक मरीजों की जांच कराई जा रही है। खास बात यह है कि संक्रामक बीमारियों व डेंगू-मलेरिया से बचाव के हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मच्छरदानी युक्त विशेष बेड बनाए गए हैं, ताकि संक्रमण न तो अधिक बढ़ सके और उन व्यक्तियों में लक्षणों की कमी आ सके। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. केपी सिंह ने बताया कि सीएचसी में मच्छरदानी युक्त चार बेड तैयार किए जा चुके हैं। अभी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। हालांकि, सभी प्रकार की सतर्कता बरती जा रही है, जिससे मरीज को परेशानी ने झेलनी पड़े।

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