कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
कोरोना की तीसरी लहर अगस्त अथवा सितंबर में आने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी लहर से सबक लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में जुट गए हैं। स्याऊ और धामपुर में एल-2 अस्पताल में बनाए जा चुके हैं।
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना की तीसरी लहर अगस्त अथवा सितंबर में आने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी लहर से सबक लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में जुट गए हैं। स्याऊ और धामपुर में एल-2 अस्पताल में बनाए जा चुके हैं।
कोरोना की दूसरी लहर का अंजाम हम सभी देख चुके हैं। अस्पतालों में न सिर्फ आक्सीजन, आवश्यक दवाओं और रेमडेसिविर इंजेक्शन कमी थी, वरन बैड नहीं मिलने के कारण जिले में सैकड़ों लोगों की मौत हुई। कोरोना से मरे कई लोगों का विभाग ने जिक्र तक भी नहीं किया। उनकी अन्य बीमारियों से मौत दर्शाई गई। दूसरी लहर से सबक लेने के बाद तीसरी लहर की संभावना से सरकारी अस्पताल में तैयारियों शुरू कर दी गई है।
बच्चा वार्ड तैयार
18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को कोरोनारोधी टीके लगाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इस कारण जिला अस्पताल में बच्चों के लिए अलग से बच्चा वार्ड बनाया गया है। सभी 12 बैड पर हर समय आक्सीजन उपलब्ध रहेगी। इस वार्ड के लिए दो बाल रोग विशेषज्ञों एवं दो स्टाफ नर्स की तैनाती की गई है।
जिला अस्पताल लगेंगे आक्सीजन प्लांटदूसरी लहर में सबसे अधिक परेशानी रोगियों को आक्सीजन नहीं मिलने से हुई। अब प्रदेश सरकार जिला महिला एवं पुरुष अस्पताल में रोगियों की सुविधा के लिए आक्सीजन प्लांट लगवा रही है। दोनों अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगने से मरीजों को लाभ होगा।
एल-2 अस्पताल बने
जिले में जिला अस्पताल के अलावा, सीएचसी हल्दौर, नजीबाबाद, पुलकित मैमोरियल अस्पताल, पंडित चंद्रकांत आत्रे अस्पताल, गायत्री देवी मैमोरियल अस्पताल, गंज आदि अस्पताल एल-2 की श्रेणी में थे। इनमें 298 कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने की सुविधा थी। तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए पीएचसी धामपुर, पीएचसी स्याऊ भी एल-2 श्रेणी में रखे गये है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीएमएस डा. अरुण पांडेय का कहना है कि जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण मरीजों के लिए सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध है। आक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू हो चुका है। रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध है। सीएमओ डा. विजय गोयल का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर कई अन्य स्थानों पर एल-2 अस्पताल बनाएं जाएंगे। कोरोना रोगियों को भर्ती कराने में तीमारदारों को असुविधा नहीं होगी। सभी दवाएं प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है।