गौसपुर व मीरापुर में कटान, किसानों की चिता बढ़ी

बरसात शुरू होने से पूर्व ही खादर के किसानों व गंगा तटीय क्षेत्र में बसे गांवों के लोगों की चिता एक बार फिर बढ़ गई है। रात्रि में गंगा का जलस्तर बढ़ने से जहां मीरापुर गौसपुर में भूमि कटान शुरू हो गया है। वहीं कोहलपुर दयालवाला आदि कई गांव में भी कटान का संकट मंडरा रहा है। किसान जान जोखिम में डालकर खेतों की रखवाली व चारे लेने के गंगा पार कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:29 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:29 PM (IST)
गौसपुर व मीरापुर में कटान, किसानों की चिता बढ़ी
गौसपुर व मीरापुर में कटान, किसानों की चिता बढ़ी

जेएनएन, बिजनौर। बरसात शुरू होने से पूर्व ही खादर के किसानों व गंगा तटीय क्षेत्र में बसे गांवों के लोगों की चिता एक बार फिर बढ़ गई है। रात्रि में गंगा का जलस्तर बढ़ने से जहां मीरापुर, गौसपुर में भूमि कटान शुरू हो गया है। वहीं कोहलपुर, दयालवाला आदि कई गांव में भी कटान का संकट मंडरा रहा है। किसान जान जोखिम में डालकर खेतों की रखवाली व चारे लेने के गंगा पार कर रहे हैं।

गंगा में जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के गांव जीतपुर, शहजादपुर, खानपुर, सौफतपुर, ढोलापुरी, गौसपुर, नांगलसोती, बालावाली गंगा खादर क्षेत्र के किसानों की चिता बढ़ गई है। 21 मई को गंगा में अचानक आए पानी से खादर क्षेत्र में खूब बर्बादी हुई थी। सैकड़ों किसानों की पैलेज की खेती नष्ट होने से आर्थिक नुकसान पहुंचा था। वकील अहमद, उस्मान, नूरहसन, सरफराज, राजेंद्र तोमर, शिव कुमार, मोहम्मद उमर आदि का कहना है इस समय फसलों की सुरक्षा के लिए नलाई कार्य चल रहा है। जलस्तर बढ़ने से किसानों को उस पार जान जोखिम उठाना पड़ रहा है।

गौसपुर के किसानों को कई वर्षों से कृषि भूमि कटान का दंश झेलना पड़ रहा है। 2013 से गंगा लगातार कटान करती हुई गांव की ओर बढ़ रही है। बरसात शुरू होते ही गंगा का जलस्तर बढ़ा किसानों की धड़कन बढ़ जाती है। कृषि भूमि के साथ किसानों को गांव में बाढ़ आने का भी खतरा मंडरा रहा है। गांव मीरापुर के किसान भी कृषि भूमि कटान को लेकर चितित है। किसान कृषि भूमि बचाने के लिए पक्का तटबंध बनवाने की मांग करते आए हैं। नाव से कर रहे गंगा पार

गंगा के जलस्तर बढ़ते ही क्षेत्र का मीरापुर, दयालवाला के किसानों को अपने खेतों से संपर्क टूट गया। किसान नाव से खेतों की रखवाली व कृषि कार्य के लिए जान जोखिम में डाल कर पहुंच रहे हैं। वहीं नांगल, शहजादपुर के किसान टायर ट्यूब के सहारे गंगा पार कर चारा ला रहे हैं।

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