लाकडाउन में हुए नुकसान की भरपाई करे सरकार: मलूक नागर
सांसद मलूक नागर ने सदन में लाकडाउन के दौरान हुए किसानों और गरीबों के नुकसान की भरपाई किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि लाकडाउन के दौरान डेयरी व्यवसाय ठप हो गया। इस कारण लाखों लीटर दूध खराब हो गया और डेयरी व्यवसायी एवं पशुपालक किसान भुखमरी की कगार पर आ गए।
जेएनएन, बिजनौर। सांसद मलूक नागर ने सदन में लाकडाउन के दौरान हुए किसानों और गरीबों के नुकसान की भरपाई किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि लाकडाउन के दौरान डेयरी व्यवसाय ठप हो गया। इस कारण लाखों लीटर दूध खराब हो गया और डेयरी व्यवसायी एवं पशुपालक किसान भुखमरी की कगार पर आ गए।
नागर ने सरकार से ग्राम स्तर पर सर्वे कराने और लाकडाउन से नुकसान की भरपाई करने की कोई योजना का ब्यौरा मांगा। इसके अलावा गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत कितने प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया गया। इन मजदूरों की कितनी राशि निर्धारित की गई, ग्रामीण आवास, वृक्षारोपण, जल जीवन मिशन के तहत पेयजल की व्यवस्था पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय, ग्रामीण मंडियों, ग्रामीण सड़कों, पशुशाला और आंगनबाड़ी भवन आदि के निर्माण का ब्यौरा भी सरकार से मांगा। उन्होंने सरकार से ग्रामीण स्तर पर सर्वेक्षण कराकर लाकडाउन में नुकसान की भरपाई कराए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि पिछले साल देश में कोरोना संक्रमण फैलने की वजह से लाकडाउन लागू किया गया था, वह लगातार गरीब और किसान की आर्थिक मदद करो का मुद्दा उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेश में तीसरी लहर को देखकर ऐसा लगता है कि देश में भी तीसरी लहर आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार का चाहिए कि वह इस बार ज्यादा से ज्यादा अस्पताल, चिकित्सकों की तैनाती, दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक और आक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था कराएं, ताकि संभावित तीसरी लहर में लोगों की जान बचाई जा सके। उन्होंने सरकार से इन सभी समस्याओं पर तुरत कार्रवाई करने की मांग की।