खंडहर में तब्दील हुआ राजकीय चिकित्सालय

बिजनौरजेएनएन। गांव बरुकी में प्रशासन की उपेक्षा के चलते राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय खंडहर में तब्दील हो गया। चिकित्सालय का भवन दशकों पुराना होने के कारण डॉक्टर भी चिकित्सालय में बैठने से डरते हैं। हल्की बारिश होने के बाद उसके प्रांगण में जलभराव हो गया। वहीं चिकित्सालय की बाउंड्री नहीं हो पाई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 10:10 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 10:10 PM (IST)
खंडहर में तब्दील हुआ राजकीय चिकित्सालय
खंडहर में तब्दील हुआ राजकीय चिकित्सालय

खंडहर में तब्दील हुआ राजकीय चिकित्सालय

बिजनौर,जेएनएन। गांव बरुकी में प्रशासन की उपेक्षा के चलते राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय खंडहर में तब्दील हो गया। चिकित्सालय का भवन दशकों पुराना होने के कारण डॉक्टर भी चिकित्सालय में बैठने से डरते हैं। हल्की बारिश होने के बाद उसके प्रांगण में जलभराव हो गया। वहीं चिकित्सालय की बाउंड्री नहीं हो पाई है।

थाना क्षेत्र के गांव बरुकी में कई दशक पुराने भवन में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय संचालित है। गांव बरुकी से लगभग 12 किलोमीटर दूर कोतवाली देहात, बिजनौर व किरतपुर में राजकीय चिकित्सालय स्थापित है, इसलिए गांव बरुकी के आस-पास के गांव सिकैड़ा, बांकपुर, पमडावली, शादीपुर, शाहपुर सदू, उमरी, थम्बूवाला, बाकर नंगला, नयागांव व मालीवाला आदि क्षेत्र गांव के ग्रामीण इसी अस्पताल पर निर्भर है, लेकिन अस्पताल का भवन खंडहर होने के कारण उसमें तैनात चिकित्सक भी डर-डर कर बैठते हैं, इसलिए वह कभी-कभी हफ्ते में आते हैं। यहीं नहीं गुरुवार रात से शुक्रवार पूरे दिन हुई वर्षा के कारण अस्पताल के प्रांगण में जलभराव हो गया। दवाई लेने आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि दशकों पुराने खंडहर अस्पताल के भवन का निर्माण शीघ्र ही नहीं कराया गया तो इसमें कोई अप्रिय घटना घट सकती है। इस संबंध में ग्राम प्रधान एवं डॉक्टर से बात करने का प्रयास किया गया, उनका मोबाइल नंबर बंद आया।

chat bot
आपका साथी