पौधे लगाकर घर की छत को बनाया 'आक्सीजन पार्क'
आक्सीजन हमारे जीवन के लिए कितनी अनमोल है इसका महत्व नूरपुर के मोहल्ला शहीद नगर निवासी गृहणी गीता द्वारा अपने घर की छत पर लगाए गए पौधों को देखकर समझा जा सकता है। गीता ने औषधीय और अन्य पौधे रोपकर अपने घर की छत को ही आक्सीजन पार्क बना दिया है।
बिजनौर, जेएनएन। आक्सीजन हमारे जीवन के लिए कितनी अनमोल है, इसका महत्व नूरपुर के मोहल्ला शहीद नगर निवासी गृहणी गीता द्वारा अपने घर की छत पर लगाए गए पौधों को देखकर समझा जा सकता है। गीता ने औषधीय और अन्य पौधे रोपकर अपने घर की छत को ही 'आक्सीजन पार्क' बना दिया है। सुबह और शाम पौधों की देखभाल उनकी पहली प्राथमिकता होती है। ससुर महेंद्र सिंह से मिली प्रेरणा ने उनके मन में प्रकृति प्रेम को और अधिक बढ़ाया है।
नूरपुर के मोहल्ला शहीद नगर निवासी गृहणी गीता ने मकान की छत पर एक बगिया बना दी है। जिसमें तुलसी, एलोवेरा, स्नेक प्लांट, संसबेरिया, पीस लीली, एरिका, गुलाब, ऐलोविरा, बेलपत्र, गुड़हल, गिलोय, काला बासा, सदाबहार कनेर, पत्थर चट्टा, गेंदा, डहेलिया इत्यादि पौधे लगाए हुए हैं। गीता ने बताया कि वह समय-समय पर पौधों में खाद, बीज, पानी देती रहती हैं। आक्सीजन देने वाले पौधों के अलावा फूलों के पौधे भी हैं। इससे परिवार को हर समय शुद्ध व स्वच्छ हवा मिलती है, वहीं रात की रानी के पौधे शाम होते ही घर को महकाने लगते हैं। -100 से अधिक गमलों में लगे हैं पौधे
गीता ने बताया कि घर की छत व आंगन में 100 से अधिक गमलों में पौधे लगा रखे हैं। पीस, लीली का पौधा वातावरण को साफ करने और आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में काफी मददगार है, क्योंकि इस पर पत्तियां बहुत ज्यादा संख्या में होती हैं। जिस पौधे पर जितनी ज्यादा पत्तियां होंगी वह उतनी अधिक आक्सीजन देगा। दिनभर काफी समय वह पौधों की देखभाल में ही व्यतीत करती हैं। उन्होंने घर में ज्यादातर ऐसे पौधे ही लगा रखे हैं जिनसे पर्यावरण को भी फायदा हो।
उधर, गीता के मुताबिक घर की छत पर लगे हरे भरे पौधे उन्हें स्वच्छ हवा देते हैं। उनके बीच बैठकर वह योगाभ्यास करती हैं। पौधों से घर की शोभा ऐसी बढ़ी है कि जब कोई जानकार आता है तो एक बार पूरे घर में घूमकर हरे-भरे पौधे को जरूर देखता है। इसका असर यह हुआ कि उन्हें देख कई जानकारों ने भी घर पर पौधे लगा लिए। यही नहीं घर आए मेहमानों को वह कोई न कोई पौधा भेंट में जरूर देती हैं।