हरिद्वार से नजीबाबाद भेजा जा रहा गंगाजल
बिजनौर जेएनएन। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कांवड़
बिजनौर, जेएनएन। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कांवड़ यात्रा तो स्थगित कर दी, लेकिन शिवभक्तों को निराश नहीं होने दिया। हरिद्वार जिला प्रशासन की ओर से श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को हरिद्वार से गंगाजल का टैंकर भेजना शुरू किया गया है।
हरिद्वार से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा का पहला पड़ाव नजीबाबाद का प्राचीन मोटा महादेव मंदिर होने के चलते गंगाजल से भरा टैंकर रविवार की मध्यरात्रि को मंदिर पहुंच जाता है और सोमवार तड़के से शिवभक्त मंदिर में गंगाजल से महादेव का जलाभिषेक करते हैं। श्रावण मास के द्वितीय सोमवार को प्राचीन स्वयंभू मोटा महादेव सिद्धपीठ के मुख्य पुजारी पंडित शशिनाथ की देखरेख में कई श्रद्धालुओं ने परंपरागत जलाभिषेक किया। इससे पहले 26 जुलाई को प्रथम सोमवार को भी शिवभक्तों ने टैंकर में लाए गए गंगाजल को कलश में भरकर जलाभिषेक किया था। गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक डा.दीपक कुमार, पंडित सुनील ध्यानी, श्रद्धालुओं कांता प्रसाद, मुकेश शर्मा, अनुज कुमार, श्रवण कुमार, भगवत सिंह आदि ने उत्तराखंड सरकार की सार्थक पहल की सराहना की।
-बोले श्रद्धालु
-महादेव की ऐसी कृपा हुई कि कुआं ही प्यासे के पास आ गया। हरिद्वार से लाए गए गंगाजल से जलाभिषेक कर मैं धन्य हो गया।
-अनिल चौधरी (पूर्व ब्लाक प्रमुख)
-गंगाजल से जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की कामना की है। भोलेनाथ सबकी मदद करें।
-देवेंद्र सिंह (पूर्व चेयरमैन गन्ना समिति)
-हम भाग्यवान हैं कि श्रावण मास में घर बैठे ही गंगाजल मिल रहा है और हम महादेव का गंगाजल से जलाभिषेक कर पा रहे हैं।
-अर्जुन वर्मा (दुकानदार)
-बचपन से ही मोटा महादेव मंदिर के प्रति मेरी अटूट आस्था है। इस बार गंगाजल से जलाभिषेक करने का अवसर मिलने से श्रद्धा और भी बढ़ गई।
-नीरज सिघल (कारोबारी)