बिजली के फेर में मैली हो रही गंगा

बिजनौर : बिजली लाइन के इंतजार में गंगा प्रदूषित हो रही है। शहर के नालों का दूषित पानी गंग

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Mar 2018 10:01 PM (IST) Updated:Thu, 15 Mar 2018 10:01 PM (IST)
बिजली के फेर में मैली हो रही गंगा
बिजली के फेर में मैली हो रही गंगा

बिजनौर : बिजली लाइन के इंतजार में गंगा प्रदूषित हो रही है। शहर के नालों का दूषित पानी गंगा में जा रहा है। बिजली के अभाव में 2015 से चल रहे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू नहीं किया गया है। जब तक यह शुरू नहीं होगा तब तक शहर में डाली गई सीवर लाइन को भी शुरू नहीं किया जा सकता। इससे करोड़ों के प्रोजेक्ट का शहरवासियों को जरा भी लाभ नहीं मिल सका है।

गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सरकारें कई प्रयास कर रहीं हैं। गंगा के किनारे बसे शहरों से निकलने वाले सीवर को सीधे गंगा में डालने पर रोक हैं लेकिन शहर के नाले गंगा में जाकर गिर रहे हैं। शहर में 2011 से सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था यह कब का पूरा हो चुका है लेकिन जब तक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू नहीं हो जाता तब तक सीवर लाइन को चालू नहीं किया जा सकता। ईदगाह रोड पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण 2015 में शुरू किया गया था। 28.56 करोड़ की लागत से बन रहे इस प्लांट की क्षमता 24 मिलियन लीटर प्रतिदिन होगी। बताया जाता है कि ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो चुका है लेकिन इसके लिए अलग से बिजली की लाइन की जरूरत है। जब तक यह लाइन नहीं बन जाती तब तक ट्रीटमेंट प्लांट नहीं चल सकता। ट्रीटमेंट प्लांट नहीं गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के अभियान को पलीता लग रहा है। ट्रीटमेंट प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर सोबरन गौतम का कहना है कि ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो चुका है। यदि बिजली लाइन तैयार हो जाए तो इसे तुरंत शुरू किया जा सकता है। एक साल संचालन के बाद इसे विभाग को सौंपा जाएगा।

इन्होंने कहा..

शासन से अभी कुछ धनराशि जारी होनी है। जिसके इंतजार में अभी कार्य पूरा नहीं हो सका है। धन मिलते ही कार्य पूरा कराया जाएगा।

केबी जैन, एक्सईएन जलनिगम निर्माण खंड

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