गंगा में उफान, फसलें जलमग्न

दो दिन से पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर बढ़ा है। शनिवार सुबह आठ बजे 3.87 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा में उफान आ गया। अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ने से मिर्जापुर और नांगलसोती खादर में फंसे आठ किसानों को पीएसी और एसडीआरएफ के जवानों ने सुरक्षित निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:19 PM (IST)
गंगा में उफान, फसलें जलमग्न
गंगा में उफान, फसलें जलमग्न

जेएनएन, बिजनौर। दो दिन से पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर बढ़ा है। शनिवार सुबह आठ बजे 3.87 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा में उफान आ गया। अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ने से मिर्जापुर और नांगलसोती खादर में फंसे आठ किसानों को पीएसी और एसडीआरएफ के जवानों ने सुरक्षित निकाला। रावली खादर में फंसे करीब 20 किसानों को सुरक्षित निकालने के लिए पीएसी और एसडीआरएफ के जवान मोटरबोट लेकर पहुंच गए हैं। खादर में डेरे डालकर रह रहे किसानों के आधा दर्जन से अधिक पशु बह गए हैं। गंगा के तटीय इलाकों में पुलिस ने धार्मिक स्थलों से एनाउंस कर किसानों को खेतों पर नहीं जाने की सलाह दी है।

भीमगोड़ा बांध से शुक्रवार की देर शाम 40 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। इसके बाद देर रात्रि भीमगोड़ा बांध से अचानक 1.34 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया। इससे गंगा में उफान आ गया और फसलें जलमग्न हो गई। खादर में खेती कर रहे 25 से अधिक किसान फंस गए। पीएसी और एसडीआरएफ के जवानों ने नांगलसोती खादर क्षेत्र में ग्राम शहजादजपुर के राशिद, सलीम, रंजीतपुर निवासी विजय सिंह और मिर्जापुर खादर क्षेत्र से ग्राम दयालवाला निवासी समय सिंह, जोगेंद्र सिंह, महेंद्र, ग्राम मीरापुर निवासी कलीराम और सीमला निवासी चेतन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि रावली खादर क्षेत्र में फंसे इन किसानों को सुरक्षित निकालने के लिए पीएसी और एसडीआरएफ के जवान उनके डेरों पर पहुंच गए है।

उधर एडीएम वित्त एवं राजस्व अवधेश कुमार,एएसपी सिटी डा. प्रवीण रंजन सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विक्रमादित्य मलिक एवं तहसीलदार सदर प्रीति सिंह पुलिस और प्रशासनिक अफसरों एवं पीएसी एवं एसडीआरएफ के जवानों के साथ बैराज तटबंध पर बचाव कार्यों में लगे हुए थे। इनका कहना है- बिजनौर बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए गए हैं। बैराज की डाउन स्ट्रीम में 3.67 लाख क्यूसेक पानी चल रहा है। डाउन स्टीम में गंगा के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को एलर्ट कर सुरक्षित जाने की हिदायत दे दी गई है।

-बलबीर सिंह चाहर, ईई, मध्य गंगा बैराज। गंगा में उफान में आने के बाद बाढ़ चौकियों को एलर्ट कर दिया गया है। एसडीआरएफ तथा पीएचसी के जवानों ने रेस्क्यू आपरेशन कर बाढ़ में फंसे 38 लोगों को निकाला। वहीं बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास किए जा रहे है।

उमेश मिश्रा, जिलाधिकारी ------------

कपिल

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