फलदार पौधों का टोटा, इमारती लकड़ियों की पौध को प्राथमिकता

बिजनौर जेएनएन। वृहद पौधारोपण अभियान में प्रशासन सरकारी एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से प

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 10:32 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:01 AM (IST)
फलदार पौधों का टोटा, इमारती लकड़ियों की पौध को प्राथमिकता
फलदार पौधों का टोटा, इमारती लकड़ियों की पौध को प्राथमिकता

बिजनौर, जेएनएन। वृहद पौधारोपण अभियान में प्रशासन, सरकारी एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से पौधारोपण किया गया। फलदार पौधों के अभाव में छायादार और इमारती लकड़ी के पौधे बड़ी तादाद में रोपित किए गए।

रविवार को एसडीएम संगीता के निर्देशन में गांव रानीकोटा और जीवन सराय में सरकारी जमीन पर एवं खेतों की मेढ़ पर पौधारोपण किया गया। मनरेगा योजना के अंतर्गत किए गए पौधारोपण में रानीकोट व जीवन सराय में डेढ़-डेढ़ हजार पौधे लगाने का अभियान शुरू हुआ। फलदार, औषधीय, बहुवर्षीय एवं रोजगार से जुड़े पौधों की कमी रही। अधिकांश पौधे सागौन, शीशम आदि इमारती लकड़ियों के रोपित किए गए। नगरपालिका परिषद के जलकल परिसर में चेयरपर्सन सबिया निशात ने पौधारोपण किया। शहबाज खां, मुजफ्फर अली, उमेश बाबू, मूलचंद, अनिल कुमार, अफजाल अहमद आदि पालिकाकर्मी उपस्थित रहे।

वहीं, इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष इंदु गुप्ता के नेतृत्व में प्राचीन काली मंदिर परिसर में फलदार एवं फूलों वाले पौधे रोपित किए गए। रश्मि अग्रवाल ने वृहद पौधारोपण अभियान में सहभागिता करने वालों से फलदार एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार से जोड़ने वाले पौधे रोपने को प्राथमिकता देने की अपील की। मीरा मित्तल, सीमा कपूर, उमा मित्तल आदि का सहयोग रहा।

फलदार पौधों के लिए भटकते रहे रिटायर्ड शिक्षक

नजीबाबाद: मानसून सत्र में विभिन्न प्रजातियों के 100 फलदार पौधे अपने खेत पर रोपित करने का सेवानिवृत्त शिक्षक सत्यपाल सिंह ने संकल्प लिया था। सत्यपाल का कहना है कि डीएम ने किसानों को पौधे निश्शुल्क दिए जाने की घोषणा की थी, लेकिन वन विभाग एवं ब्लॉक अधिकारियों के कई चक्कर काटने के बावजूद उन्हें फलदार पौधे नहीं मिले। आखिरकार उन्हें निजी खर्च पर बामुश्किल मिले फलदार पौधे रोपने पड़े।

chat bot
आपका साथी