दिनभर छाया रहा कोहरा, चांदपुर में हुई बूंदाबांदी

बिजनौरजेएनएन। मंगलवार सुबह जनपद कोहरे की चादर में लिपटा रहा। सोमवार देर शाम से जिले में कोहरे ने दस्तक दे दी थी। मंगलवार दिनभर आसमान में कोहारा छाया रहने से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। चांदपुर क्षेत्र में सुबह के समय बूंदाबांदी भी हुई। बूंदाबांदी शीतलहर और कोहरा छाया रहने से मौसम पूरी तरह सर्द हो गया। दिनभर जनपद में शीतलहर भी चलती रही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 10:57 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:04 AM (IST)
दिनभर छाया रहा कोहरा, चांदपुर में हुई बूंदाबांदी
दिनभर छाया रहा कोहरा, चांदपुर में हुई बूंदाबांदी

दिनभर छाया रहा कोहरा, चांदपुर में हुई बूंदाबांदी

बिजनौर,जेएनएन। मंगलवार सुबह जनपद कोहरे की चादर में लिपटा रहा। सोमवार देर शाम से जिले में कोहरे ने दस्तक दे दी थी। मंगलवार दिनभर आसमान में कोहारा छाया रहने से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। चांदपुर क्षेत्र में सुबह के समय बूंदाबांदी भी हुई। बूंदाबांदी, शीतलहर और कोहरा छाया रहने से मौसम पूरी तरह सर्द हो गया। दिनभर जनपद में शीतलहर भी चलती रही।

कोहरा और शीतलहर से मौसम में ठिठुरन बनी रही। सुबह के समय कोहरा अत्यधिक होने से हाईवे पर वाहन लाइटों के सहारे धीमी गति से अपने गंतव्य तक पहुंचे। ठंड अधिक होने से अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। घना कोहरा एवं मौसम तेज शीतलहर से लोग परेशान दिखाई दिए। घनी ठंड होने के कारण बाजारों में भी ग्राहकों की संख्या कम दिखाई दी। शाम को भी सर्दी का सितम जारी रहा। जिले का अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस मापा गया।

चांदपुर: मंगलवार को मौसम ने फिर करवट बदल ली। सुबह से जहां घना कोहरा छाया रहा, वहीं दिन बढ़ने के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। देखते ही देखते मौसम पूरी तरह सर्द हो गया। दिनभर रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। साथ ही शीतलहर भी चलती रही। वहीं, कोहरे की धुंध आसमान में बदस्तूर जारी रही। ऐसे में मौसम काफी सर्द रहा। बाइकों पर लोग बूंदाबांदी के बीच भीगकर गुजरते नजर आए। बूंदाबांदी के चलते तापमान में लगातार गिरावट महसूस हुई। उधर, सर्दी के चलते लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए।

रतनगढ़: कड़ाके की सर्दी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा हैै। मंगलवार सुबह घने कोहरे के बीच हुई और दिनभर बदली छाई रही। दिनभर कोहरा हावी रहा और कस्बे से लेकर गांव तक धुंध छाई रही और पाला बरसता रहा। बर्फीली हवाओं के चलने से गलन और ठिठुरन बढ़ गई। कोहरे के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। ऐसे में महिला, बुजुर्ग और बच्चे घरों में कैद होकर रह गए। वहीं अलाव के आसपास जनजीवन सिमट गया।

chat bot
आपका साथी